चिराग पासवान ने उठाया सवाल, बिहारी इतने आगे हैं तो बिहार इतना पीछे क्यों?
कहा कि एक नए दृष्टिकोण की जरूरत है
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (Ram Vilas) के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बिहार सरकार (Bihar government) से अपराध के मामलों और हाल में पुल ढहने की घटनाओं के संबंध में कड़ी कार्रवाई करके मिसाल कायम करने को कहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए एक दृष्टिकोण की जरूरत है।
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 के अंत में : बिहार के मुख्यमंत्री एवं जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के कभी घोर आलोचक रहे पासवान ने कहा कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) अगला विधानसभा चुनाव कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा, लेकिन उन्होंने कई ऐसे मुद्दों की ओर भी ध्यान दिलाया जिनके कारण राज्य का विकास अवरुद्ध हुआ है। बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 के अंत में होना है।
बिहारी इतने आगे हैं तो बिहार इतना पीछे क्यों? : पासवान ने कहा कि बिहारी इतने आगे हैं तो बिहार इतना पीछे क्यों? हमें इस सवाल का जवाब ढूंढ़ने की जरूरत है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे राज्य के लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में उच्च सरकारी नौकरियों से लेकर निजी क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है।
राज्य से पलायन रोकने के प्रयास हों : उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि एक दृष्टिकोण होना चाहिए और उसे लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि राज्य से पलायन रोकने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। पासवान ने 23 जुलाई को केंद्रीय बजट पेश होने से पहले कहा कि वे बिहार के लिए विशेष श्रेणी के दर्जे की मांग का समर्थन करते हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि नीति आयोग की सिफारिशें इस मांग को स्वीकार करने के खिलाफ हैं और राज्य को विशेष पैकेज जैसा विकल्प दिया जाना चाहिए।
बिहार में हाल के महीनों में लगभग 15 पुलों के ढहने के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इससे यह तो पता चलता ही है कि कहीं-न-कहीं भ्रष्टाचार हुआ है। गुणवत्ता से समझौते का संकेत मिलता है। मैं इस राजनीति में नहीं पड़ना चाहता कि उस समय सरकार में कौन था? अब हम सरकार में हैं। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। जो भी जिम्मेदार है, उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और दंडित किया जाना चाहिए ताकि भविष्य के लिए एक मिसाल कायम हो सके।
कुमार को लेकर उनके रुख में आए बदलाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर वे गठबंधन का हिस्सा हैं तो उन्हें पूरे मन से वहां रहना चाहिए। राजग ने हाल में हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 30 पर जीत हासिल की थी। राजग में शामिल पासवान की पार्टी ने अपनी सभी 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाली पिछली सरकारों की तुलना में वास्तव में अच्छा काम किया है और हमेशा सुधार की गुंजाइश बनी रहती है। अपराध दर पर अंकुश लगाने से राज्य में पर्यटन, विशेषकर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सकता है, क्योंकि लोगों में बिहार आने से पहले सुरक्षा की भावना पैदा करने की आवश्यकता है।
सीता माता के लिए सीतामढ़ी में एक भव्य मंदिर बनाएं : उन्होंने कहा कि भगवान राम की पत्नी सीता के लिए सीतामढ़ी में एक भव्य मंदिर बनाना तथा शहर को अयोध्या से जोड़ना पर्यटन को काफी बढ़ावा दे सकता है। उन्होंने बिहार के शहरों में शिक्षा के बुनियादी ढांचे की कमी पर अफसोस जताया और कहा कि राज्य से बड़ी संख्या में छात्र कोटा के कोचिंग केंद्रों में दाखिला लेते हैं जिनमें से कई के मालिक बिहारी हैं। पासवान ने कहा कि वहां बड़ी संख्या में शिक्षक बिहार से भी हैं।
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि ऐसा मॉडल पटना, मुजफ्फरपुर या भागलपुर में क्यों नहीं अपनाया जा सकता? हाजीपुर से सांसद पासवान ने कहा कि राज्य नियमित रूप से सूखे और बाढ़ से त्रस्त रहता है। उन्होंने नदियों को आपस में जोड़ने का आह्वान किया।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta