जम्मू। लद्दाख के चुशूल इलाके के काउंसलर कोनचोक सटेंजीन के दावे के अनुसार चीनी सेना ने गोगरा हाइटस इलाके में भारत के लंबे-चौड़े इलाके पर कब्जा कर उसे नो जोन इलाका बना दिया है। उनका दावा है कि इस इलाके में भारतीय सेना के कई बंकरों को भी चीनी सेना ने नष्ट कर दिया है और नतीजतन अब भारतीय सेना भारतीय गडरियों को इस इलाके में जाने से भी रोक रही है।
सटेंजीन ने कुछ पत्रकारों के साथ बात करते हुए थोड़े दिन पहले दावा किया था कि भारतीय गडरिए जब इस इलाके में अपने जानवर चराने के लिए लेकर गए थे तो भारतीय सेना ने उन्हें कियूला दर्रा के इलाके में नहीं जाने दिया था। उनका दावा था कि कुछ गडरिये इलाके में पहुंच तो गए पर उन्हें वहां भारतीय सेना द्वारा बनाए गए बंकर भी नहीं मिल पाए थे। काउंसलर के मुताबिक, लुंकुंग, फोबरंग और यूरगो गांव के लोग कई सालों से इस दर्रे पर अपने जानवरों को घास चराने लेकर जाते रहे थे।
याद रहे पिछले साल जब अप्रैल महीने में चीनी सेना ने लद्दाख सीमा पर अतिक्रमण किया था और हजारों किमी भारतीय भूमि पर कब्जा कर लिया तो करीब 10 स्थानों को लेकर जबरदस्त विवाद छिड़ गया था। इनमें गोगरा हाइट्स भी एक स्थान था।
उनके मुताबिक, भारतीय सेना ने कुछ इलाकों तक पक्की सड़कों का निर्माण तो किया है पर चीनी सेना ने भारतीय इलाकों में पक्के निर्माण कर भारतीय पक्ष के लिए खतरा उत्पन्न किया हुआ है। हालांकि विवाद वाले कुछ स्थानों से चीनी सेना ने नाममात्र सैनिक समझौते के बाद पीछे हटा लिए पर बावजूद इसके करीब 10 स्थानों पर भारतीय सेना अभी भी गश्त करने की हिम्मत नहीं दर्शा पाई है।