लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि कोई बच्चा भले ही एक परिवार में पैदा होता है लेकिन वह राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है। ऐसे में स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए जरूरी है कि हर नागरिक की स्वस्थ दिनचर्या बनी रहे।
रविवार को यहां वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि 2014 में भारत को पोलियो से मुक्त कर दिया गया लेकिन पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया जैसे देशों में अभी भी बड़ी संख्या में पोलियो के मामले सामने आ रहे हैं और उसका संक्रमण भारत के बच्चों में ना हो जाए, इसलिए पल्स पोलियो अभियान चलाने की आवश्यकता है।
योगी ने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही बच्चे के भविष्य को खराब कर सकती है, ऐसा पहले देखा गया है। उन्होंने कहा कि 125 करोड़ की आबादी को पोलियो से बचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कहा जाता रहा है कि यहां का स्वास्थ ढांचा बहुत खराब है इसलिए स्वस्थ दिनचर्या की चुनौती बनी रहती थी, लेकिन यहां के चिकित्सकों ने साबित किया कि अब वे अपनी दृढ़इच्छाशक्ति से परिणाम देने में पीछे नहीं हैं।
तुलनात्मक ब्योरा देते हुए योगी ने दावा किया की आज़ादी के बाद से 2016 तक उत्तर प्रदेश में केवल 12 मेडिकल कालेज थे लेकिन हमारी सरकार ने 30 नए मेडिकल कालेज दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल की अपनी उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए कहा कि दिल्ली की आबादी से तीस गुना ज़्यादा आबादी उत्तर प्रदेश की है लेकिन कोरोना संक्रमितों की दिल्ली में ज़्यादा मौतें हुई हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान के तहत तीन करोड़ 40 लाख बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को यह खुराक दी जाएगी। इसके लिए प्रदेश में एक लाख दस हज़ार पोलियो बूथ बनाए गए हैं। (भाषा)