केंद्रपाड़ा (ओडिशा)। ओडिशा के समुद्री तट पर हर साल प्रजनन करने वाले दुर्लभ 'ओलिव रिडले' कछुओं की सुरक्षा सुश्चित करने के लिए तटरक्षक बल ने अपना एक विमान भी लगाया है, जिसकी मदद से इलाके में गश्त की जा रही है।
तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य वन विभाग के संयुक्त समन्वय से कछुओं के संरक्षण का कार्य किया जा रहा है और जहां पर बड़ी संख्या में कछुए आए हैं, वहां पर गैर कानूनी तरीके से मछली पकड़ने को रोकने के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि तटरक्षक बल ने इन समुद्री जीवों के संरक्षण के लिए बेहद सतर्क योजना बनाई है जिसके तहत विलुप्त होने के खतरे का सामना कर रहे इन जीवों को बचाने के लिए तटरक्षक 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि तटरक्षक बल का विमान गहिरमाथा समुद्री जीव अभयारण्य, धर्मा, देवी और रुशीकुल्या नदी के मुहाने पर गैर कानूनी तरीके से मछली पकड़ने की घटना को रोकने के लिए निगरानी कर रहा है।
अधिकारी ने बताया कि इस बीच तटरक्षक बल ने मछुआरों के लिए संवाद का सत्र आयोजित किया है, ताकि उन्हें ओलिव रिडले कछुओं के प्रजनन के दौरान मछली पकड़ने पर कानूनी रोक के बारे में बताया जा सके।
गौरतलब है कि एक नवंबर से गरिमाथा समुद्री जीव अभयराण्य के 20 किलोमीटर की परिधि में और ओडिशा की नदियों के मुहानों पर मछली पकड़ने पर रोक है और अब तक इस नियम का उल्लंघन करने पर वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम-1970 और उड़ीसा समुद्री मत्स्यन नियमन अधिनियम 1982 के तहत 70 से अधिक मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है और उनकी आठ नौकाओं को जब्त किया है।(भाषा)