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3 अनपढ़ मजदूर, 1 ऐप और 15 आदिवासी लड़कियों से दुष्‍कर्म, कैसे तकनीक के सहारे दिया जघन्‍य अपराध को अंजाम

रीवा रेंज के आईजी महेंद्र सिकरवार से वेबदुनिया की सीधी बात

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नवीन रांगियाल

  • यू्टयूब से सीखा वॉयस चैंजिंग ऐप मैजिक का इस्‍तेमाल
  • लड़कियों की आवाज बनाकर छात्राओं को बुलाया, दुष्‍कर्म किया
  • 7 लड़कियां आईं सामने,15 से ज्‍यादा हो सकती है दुष्‍कर्म का शिकार
तीन अनपढ़ मजदूर। तकनीक का सहारा और 15 आदिवासी छात्राओं को बना डाला दुष्‍कर्म का शिकार। मध्‍यप्रदेश के सीधी जिले में तकनीक की मदद से ये जघन्‍य अपराध सामने आया है। जानते हैं कैसे तीन हैवानों ने मिलकर एक ऐप के इस्‍तेमाल से आदिवासी मासूस लड़कियों का शिकार कर डाला।

collage girl raped by using magic voice app in sidhi : मध्यप्रदेश के सीधी जिले में 7 से ज्‍यादा कॉलेज की आदिवासी छात्राओं के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस केस में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मैजिक वॉयस ऐप से लड़की की आवाज बनाकर पीड़ित लड़कियों को मिलने के लिए बुलाता था। आदिवासी लड़कियों को कॉलेज से मिलने वाली स्‍कॉलरशिप के दस्‍तावेज आदि को पूरा करने के बहाने से बुलाता था। इस तरह के झांसे में लेकर उन्‍हें फंसाता था। अब तक 7 लड़कियों के साथ दुष्‍कर्म की बात सामने आई है। इस पूरे मामले को समझने के लिए वेबदुनिया ने रीवा रेंज के आईजी महेंद्र सिकरवार से खासतौर से चर्चा की।

रीवा रेंज के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार से सीधी बात
सवाल: सीधी का दुष्‍कर्म का पूरा मामला क्‍या है?
जवाब: एक मजदूर बृजेश प्रजापति और उसके दो साथी संदीप प्रजापति और राहुल प्रजापति पिछले छह महीनों से आदिवासी लड़कियों के साथ दुष्‍कर्म कर रहे थे। लड़कियों से आवाज बदलकर उन्‍हें फंसाते थे। (हालांकि सूत्रों के मुताबिक दुष्‍कर्म का ये सिलसिला 2 साल से चल रहा था)

सवाल: लड़कियों को कैसे फंसाते थे आरोपी?
जवाब: कॉलेज में पढ़ने वाली आदिवासी पीड़ित छात्राओं से बात करता था। कुछ व्‍हाट्सऐप ग्रूप से लड़कियों के नंबर लेकर बात करता था। जब लड़कियां इसके झांसे में आ जाती तो इनसे समस्या पूछता और निराकरण करने के लिए कागजात के साथ बुलाता फिर दुष्कर्म करता। कई बार आरोपी इन्‍हें धमकी देता था।

सवाल: दुष्‍कर्म के लिए कैसे लिया तकनीक का सहारा?
जवाब: एक ऐप मैजिक वॉयस के जरिए फीमेल आवाज निकालकर उन्‍हें बहाने से सुनसान जगह पर बुलाते थे और दुष्‍कर्म करते थे। यह सिलसिला पिछले करीब 6 महीने से चल रहा था। जांच में बृजेश ने बताया है कि उसने यूट्यूब से ऐप का इस्‍तेमाल करना सीखा और फिर उसका उपयोग किया।

सवाल: कितनी पीड़ित लड़कियां हैं और वे कौन हैं?
जवाब: कॉलेज की आदिवासी छात्राएं हैं। अब तक 7 पीड़ित लड़कियां सामने आईं है। हालांकि इनकी संख्या 15 से अधिक होने की आंशका है। पुलिस जांच के बाद ही पता चल सकेगा कितनी पीड़ित हैं।

सवाल: आरोपी कैसे पकड़ में आया?
जवाब: पीड़ित लड़कियां पहले से बेहद डरी हुई थीं। बाद में जब अति हो गई तो 4 पीड़िताओं ने एफआईआर दर्ज कराई। फिर कुछ लड़कियां और आई। एक लड़की की ने दुष्‍कर्म के दौरान आरोपी बृजेश के जले हुए हाथ देखे थे। कुछ दूसरे इनपु्टस के आधार पर आरोपी बृजेश और उसके दो साथी संदीप प्रजापति और राहुल प्रजापति को डिटेक्‍ट कर गिरफ्तार किया गया है।

सवाल: इस तरह के सायबर क्राइम लगातार बढ़ रहे हैं, इस चुनौती से कैसे निपटेंगे?
जवाब: जहां तक रीवा रेंज की बात है हम लगातार लोगों को वर्कशॉप कर के जागरूक कर रहे हैं। सायबर एक्‍सपर्ट की मदद से लोगों को बता रहे हैं कि कैसे उन्‍हें ठगा जा सकता है। इस मामले में भी हमने तत्‍काल कार्रवाई की ताकि कम से कम लोग इसका शिकार होने से बच सकें।

मजदूर कैसे ऐप का इस्‍तेमाल करता था दुष्‍कर्म?
इस पूरे कांड में पुलिस जानकारी दी कि आरोपी बृजेश प्रजापति मैजिक वॉयस ऐप के जरिये लड़की की आवाज में बात करता था और कॉलेज की आदिवासी लड़कियों को सुनसान जगह पर बुलाकर उनसे दुष्‍कर्म करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी बृजेश प्रजापति मजदूर है, लेकिन वो टेकसैवी है। उसने यूट्यूब से ऐप का इस्‍तेमाल करना सीखा कि कैसे फीमेल आवाज का इस्‍तेमाल कर छात्राओं को झांसे में फंसाना है।

ऐसे हुआ खुलासा: आरोपी और उसके दो साथी पूरी तरह से अनपढ़ हैं, लेकिन तकनीक की मदद लेकर उन्‍होंने कॉलेज की 7 से ज्‍यादा छात्राओं को दुष्‍कर्म का शिकार बना डाला। इस कांड से परेशान होकर जब 4 पीड़ित लड़कियां पुलिस के पास पहुंची तो इस जघन्‍य अपराध की परतें धीरे धीरे खुलती गईं और सामने आया कि कैसे अनपढ़ मजदूरों ने तकनीक से इस पूरे कांड को अंजाम दे डाला।

कौन हैं आरोपी बृजेश प्रजापति: बृजेश प्रजापति एक मजदूर है। वो पूरी तरह अनपढ है। ये रोलिंग मिल में काम करता था। पहले वो नासिक में था, फिर जबलपुर और मुंबई के कल्‍याण में काम करता था। एक फेक्‍टरी में इसके हाथ जल गए थे तो उसे लेबर एक्‍ट के तहत 3 लाख रुपए का मुआवजा मिला था। दो तीन साल तो मुआवजे पर जीवन यापन करता रहा, बाद में वो अपराध करने लगा। अब उसकी ये कहानी सामने आई है। 30 साल के ब्रजेश ने दो शादियां की हैं। पहली पत्नी को उसने छोड़ दिया था। दूसरी पत्नी से उसकी एक बच्ची है।

बढ़ सकती है पीड़ित लड़कियों की संख्‍या : पुलिस के मुताबिक पीड़ित लड़कियों की संख्‍या बढ सकती है, अभी पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है। पुलिस ने मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच की जा रही है।

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