नई दिल्ली। जून 2020 में चीन की सेना के साथ लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में शहीद होने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत सेना के दूसरे सबसे बड़े सम्मान 'महावीर चक्र' से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिया जाएगा।
खबरों के मुताबिक, 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल देश की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले सैनिकों को वीरता पुरस्कार दिया जाता है। इस बार गणतंत्र दिवस पर कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा जाएगा।
परमवीर चक्र के बाद महावीर चक्र ही सेना में सबसे बड़ा सम्मान है।लद्दाख सीमा पर चीन के साथ भारतीय सैनिकों की हिंसक झड़प में शहादत देने वाले कर्नल संतोष बाबू के साथ 19 और जवान शहीद हुए थे। इसमें नायब सूबेदार सतनाम सिंह और मनदीप सिंह के साथ बिहार रेजीमेंट के 12, पंजाब रेजीमेंट के तीन, 81 एमपीएससी रेजीमेंट का एक और 81 फील्ड रेजीमेंट का एक जवान शामिल है।
सेना में 2 स्तर पर मेडल दिए जाते हैं, जिसमें से एक युद्ध के दौरान वीरता दिखाने पर और दूसरा शांति के दौरान वीरता दिखाने पर दिया जाता है। सेना में मिलने वाले इन पुरस्कारों में सबसे शीर्ष पर आता है परमवीर चक्र और उसके बाद महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र आते हैं।