जम्मू। जम्मू फ्रंटियर के कुछ इलाकों में पाक रेंजरों द्वारा आज बीएसएफ के गश्ती दल पर की गई गोलीबारी के बाद बने तनाव के बाद सीमांत किसानों की चिंता फसलों को समेटने की हो गई है। उनके इस सवाल का कोई जवाब नहीं दे पा रहा कि क्या वे अपनी फसलें काट पाएंगें या नहीं।
दरअसल आज जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रामगढ़ सेक्टर में पाक रेंजरों ने भारतीय क्षेत्र में गश्त कर रहे बीएसएफ के जवानों पर गोलीबारी की। यह घटना सोमवार सुबह साढ़े सात बजे की है, जब सीमा पार पाकिस्तान की सकरोई पोस्ट से रेंजरों ने छोटे हथियारों से गश्त कर रहे भारतीय जवानों को निशाना बनाकर गोलीबारी शुरू कर दी।
बीएसएफ के जवान जीरो लाइन पर भारतीय पोस्ट माजरा के पास गश्त पर थे। गोलीबारी को देखते हुए जवानों ने मोर्चे संभाल लिए और पाक गोलीबारी का उसी अंदाज से जवाब दिया। बीएसएफ इसे स्नाइपर फायर से भी इंकार नहीं कर रही है। दोनों ओर से करीब 15 मिनट चली गोलीबारी के बाद स्थिति सामान्य हो गई। गोलीबारी में जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। यही हाल पिछले कई दिनों से हीरानगर सेक्टर में इंटरनेशनल बार्डर पर है और एलओसी से सटे कई गांवों में भी है।
गोलियों की आवाज सुनकर साथ लगते गांवों के लोगों में दहशत फैल चुकी है। इन दिनों जम्मू सीमा पर बासमती धान की फसल पक कर तैयार है। हालांकि बीएसएफ जवानों ने लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दे दी है, पर ग्रामीणों को डर है कि अगर पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी में तेजी आती है तो वे अपनी फसल भी नहीं काट पाएंगे।
गोलाबारी की इस घटना को देखते हुए ग्रामीणों को भी सतर्क रहने को कहा गया है। पाकिस्तान की कोशिश होती है कि किसी एक भारतीय पोस्ट पर गोलीबारी कर दूसरी पोस्ट से आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाई जाए।
हीरानगर सेक्टर में तो किसान तारबंदी के आगे के खेतों में फसलें ही नहीं बो पाए हैं तथा पुंछ व राजौरी समेत एलओसी के कई सेक्टरों में पाक गोलाबारी के कारण पकी हुई फसलों को नुकसान हो रहा है।