नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को आईडीबीआई बैंक खरीदने के लिए मजबूर कर रही है और इस तरह एलआईसी के 38 करोड़ पालिसी धारकों की गाढी कमाई को खतरे में डाल रही है।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सूरजेवाला ने पार्टी की नियतित ब्रीफिंग में आरोप लगाया कि मोदी सरकार लगातार वित्तीय अराजकता फैला रही है । बैंकों की गैर नि:ष्पादित सम्पत्ति (एनपीए) लगातार बढ़ती जा रही है। आईडीबीआई बैंक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सबसे खराब हालत में चल रहा है जिसका घाटा पिछले वित्तीय वर्ष की आखिरी तिमाही में 5663 करोड़ रहा था और कुल एनपीए 55588.26 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार और उसके वित्त मंत्रालय के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण देश में गंभीर स्थिति बन रही है। इसे दबाने के लिए मोदी सरकार एलआईसी को आईडीबीआई बैंक खरीदने के लिए मजबूर कर रही है जबकि उसे बैंक में पूजी निवेश करना चाहिए। कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि सरकार 38 करोड़ एलअईसी पालिसीधारकों की गाढी कमाई खतरे में क्यों डालना चाहती है।
सूरजेवाला ने एक और बैंक घोटाले की जानकारी देते हुए कहा कि यह घोटाला 7000 करोड़ रुपये का है जिसमें फरीदाबाद का एक कम्पनी समूह शामिल है। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय, रिजर्व बैंक, सीबीआई, सेबी, प्रवर्तन निदेशालय, केन्द्रीय सतर्कता आयोग आदि पर घोखाघड़ी के प्रति आंख मूंदे रखने का आरोप लगाया। (वार्ता)