नई दिल्ली। कांग्रेस ने सऊदी अरब के युवराज (वली अहद) मोहम्मद बिन सलमान का प्रोटोकॉल से इतर जाकर स्वागत करने को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या पाकिस्तान के तथाकथित आतंकवाद विरोधी प्रयासों की तारीफ करने वाले शख्स को गले लगाकर पुलवामा के शहीदों को याद करने का मोदी का यही तरीका है।
पार्टी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री सऊदी अरब से कहें कि वह आतंकवाद विरोधी लड़ाई को लेकर पाकिस्तान की तारीफ करने वाले साझा बयान से खुद को अलग करे।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बिन सलमान और मोदी के गले मिलने वाली तस्वीरें और पाक-सऊदी साझा बयान के लिखित ब्योरे को शेयर करते हुए ट्वीट किया कि राष्ट्रीय हित बनाम मोदी जी की गले लगने वाली कूटनीति...।
उन्होंने प्रोटोकॉल तोड़कर उस व्यक्ति का भव्य स्वागत किया जिसने पाकिस्तान को 20 अरब डॉलर देने का वादा किया और पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि क्या पुलवामा के शहीदों को याद करने का आपका यही तरीका है?
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी, क्या आप सऊदी अरब से कहेंगे कि वह पाकिस्तान के साथ जारी उस साझा बयान से पीछे हटे जिसमें मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की भारत की मांग को वस्तुत: खारिज किया गया है।
गौरतलब है कि मंगलवार की रात मोहम्मद बिन सलमान के आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकाल से अलग हटते हुए स्वयं उनकी आगवानी की। सऊदी अरब के युवराज भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए हैं। इससे पहले बिन सलमान पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे, जहां दोनों देशों के बीच 20 अरब डॉलर के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे।