कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी के बुलावे के बाद दिल्ली में से शुरू हुआ प्रदर्शन अब देश के दूसरे राज्यों में भी पसर गया है। महाराष्ट्र के नागपुर में जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर राहुल के समर्थन में नारे लगाए वहीं उत्तर में भी कांग्रेस कार्यकर्ता सडक पर उतरे नजर आए। ठीक इसी तरह मध्यप्रदेश के इंदौर में भी कांग्रेस ने ईडी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि राहुल हों या सोनिया गांधी, नेहरू-गांधी परिवार ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज़ादी के बाद राष्ट्र निर्माण तक देश के लिए सिर्फ योगदान ही दिया है। पटोले ने कहा, 'ईडी दफ्तर में बुलाकर इस परिवार को निशाना बनाना और इसकी छवि खराब करना... गांधी परिवार के पीछे न सिर्फ कांग्रेसी बल्कि आम आदमी भी खड़ा है' उन्होंने कहा, हमने ईडी कार्यालय के बाहर इस दमनकारी सरकार का विरोध किया।
नागपुर शहर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सेमिनरी हिल्स इलाके में ईडी कार्यालय तक मार्च किया और राहुल गांधी के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए वहां एक विशाल प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर ईडी द्वारा गांधी के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है तो वे अपना विरोध तेज करेंगे। विदर्भ में भी पार्टी विधायकों और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि इस तरह का प्रदर्शन 2024 के लोकसभा चुनाव तक जारी रहेगा। मुंबई और अन्य हिस्सों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस के बडे नेता समर्थन में, प्रियंका पहुंची थाने
अशोक गहलोत ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि ईडी के दफ्तर जाते हुए दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, दिग्विजय सिंह, दीपेंद्र हुड्डा, पवन खेड़ा, पीएल पूनिया, गौरव गोगोई, मीनाक्षी नटराजन सहित कांग्रेस नेताओं को सेंट्रल दिल्ली से दूर बस में बैठाकर दिल्ली के पुलिस स्टेशन में ले जाया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हिरासत के बाद खुद प्रियंका गांधी कार्यकर्ताओं से मिलने तुगलक रोड थाने पहुंचीं। अशोक गेहलोत और दिग्विजय सिंह तो प्रदर्शन में शामिल रहे और सडक पर बैठ गए थे। इनके साथ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे।
क्या है संदीप पात्रा का बयान?
ठीक इसी दौरान भाजपा प्रवक्ता संदीप पात्रा का बयान आता है कि पूरी तरह से थक हार चुकी कांग्रेस राहुल गांधी को रिलॉन्च करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में राजनीति गलियारों में उनके बयान को कांग्रेस के इस पूरे प्रदर्शन से जोडकर देखा जा रहा है। दरअसल, राहुल का ईडी ने सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन इसके बहाने कांग्रेस ने पूरे देश में हवा दे दी। सोमवार को हर जगह राहुल गांधी की खबर और चर्चा रही।
स्मृति ईरानी की प्रेसवार्ता
कांग्रेस का हंगामा इतना बढा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने खुद आकर एक प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने गांधी परिवार के ऊपर कई आरोप लगाए। ध्यान रहे कि पिछले लंबे समय से भाजपा राहुल गांधी का जिक्र नहीं कर रही थी, लेकिन सोमवार को ईरानी ने प्रेसवार्ता कर के गांधी परिवार के बारे में चर्चा की और कई आरोप लगाए।
ऐसे में राजनीतिक रूप से तो यही कहा जा रहा है कि ईडी तो महज एक बहाना है, कांग्रेस को दरअसल एकजुटता दिखाना है। इस बात में कितनी सचाई है यह तो आने वाला वक्त ही तय करेगा।