नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ईडी का दुरुपयोग कर रही है और भाजपा नेतृत्व अब कांग्रेस मुक्त भारत नहीं, बल्कि विपक्ष मुक्त भारत चाहता है।
इस बीच सोनिया गांधी राहुुल और प्रियंका गांधी के साथ ईडी दफ्तर पहुंचीं। ईडी की टीम सोनिया गांधी से पूछताछ की रही है। प्रियंका गांधी भी ईडी दफ्तर में ही मौजूद हैं। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूछताछ के विरोध में संसद से सड़क तक प्रदर्शन किया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से कांग्रेस और उसके नेता और कार्यकर्ता झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सोनिया जी को पूछताछ को बुलाए जाने की मैं निंदा करता हूं। बेहतर होता कि उनके आवास पर जाकर उनका बयान लेते।
उन्होंने कहा कि हम डरने और घबराने वाले नहीं हैं। सोनिया जी जबसे देश में आईं हैं उन पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने जिस तरह से भारत की संस्कृति और संस्कार को अपनाया है, वो अपने आप में एक मिसाल है। उन्होंने जो जीवन जिया है और पार्टी के लिए जो किया है, उसे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कभी भूल नहीं सकते।
गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीति में दुश्मन नहीं होना चाहिए। ये लोग विपक्ष को दुश्मन मानते हैं। पहले ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब ये विपक्ष मुक्त भारत चाहते हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी विरोधी दलों की सरकारों को गिराने का एक बड़ा हथियार हो गई है। इससे घटिया बात कुछ नहीं हो सकती। जांच एजेंसी का दुरुपयोग करके सरकारें गिराई जा रही हैं। पता नहीं ये लोग अपनी अंतरात्मा को कैसे जवाब देते होंगे। उनका कहना था, 'देश में भय, घुटन का माहौल है। इसको समझने का प्रयास नहीं किया जा रहा है।'
गहलोत ने कहा, 'ये लोग गांधी परिवार को निशाना बना रहे हैं क्योंकि इस परिवार ने देश की आजादी से लेकर देश के निर्माण तक में व्यापक योगदान दिया है, भारत के लिए बलिदान दिया है। लेकिन इन लोगों (भाजपा) का आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है। ये अमृतकाल मना रहे हैं, इन्हें बताना चाहिए कि आजादी में इनकी विचारधारा के लोगों का क्या योगदान था।'
राहुल गांधी से हुई पूछताछ का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आज तक मैंने नहीं देखा कि किसी से पांच दिनों तक बुलाकर पूछताछ की जाए। बड़े-बड़े मामलों में ऐसा नहीं होता। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से पूछताछ का मकसद सिर्फ पार्टी के नेताओं और समर्थकों को हतोत्साहित करना है।
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया कि जब भी मोदी जी और अमित शाह की घेराबंदी हो जाती है तो एजेंसियों को आगे कर दिया जाता है। साजिश है हमें चुप करवाने की। हमें रोकने का षडयंत्र है। इनकी नीयत है, विपक्ष मुक्त भारत की।