नई दिल्ली। कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर शनिवार को देश में कई स्थानों पर जुलूस निकाला और विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने सरकार से पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस की कीमतों में कमी कर लोगों को राहत देने की भी मांग की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि का हवाला देते हुए ट्वीट किया, महंगाई का विकास!
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, भाजपा सरकार को सप्ताह के उस दिन का नाम 'अच्छा दिन' कर देना चाहिए, जिस दिन डीजल-पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी न हो, क्योंकि महंगाई की मार के चलते बाकी दिन तो आमजनों के लिए 'महंगे दिन' हैं।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 90 रुपए प्रति लीटर के स्तर को पार कर गई, जबकि डीजल का दाम बढ़कर 80.60 रुपए प्रति लीटर हो गया। राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तीन नए कृषि कानूनों और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में सभी जिला मुख्यालयों पर पदयात्राएं निकालीं।
जयपुर में इस तरह की पदयात्रा की अगुवाई परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने की। पदयात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रैक्टर, ऊंटों और हाथियों के साथ भी शामिल हुए। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आमजन त्रस्त हैं। पिछले 11 दिनों से लगातार दाम बढ़ रहे हैं। यह मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का नतीजा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिलहाल संप्रग सरकार के समय से आधी हैं, लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई हैं।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने पेट्रोल-डीजल के मुद्दे पर आधे दिन के बंद का आह्वान किया था, जिसका मिलाजुला असर रहा। भोपाल में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा सहित कांग्रेस कार्यकताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। राजधानी भोपाल में कई स्थानों पर दुकानें खुली रहीं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि हमारे बंद को लोगों का समर्थन मिला, जबकि भाजपा सरकार ने ज़बरदस्ती दुकानें खुलवाईं। दिल्ली में कांग्रेस की युवा इकाई ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर शनिवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा मांगा।
भारतीय युवा कांग्रेस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी की अगुवाई में युवा कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। वो शास्त्री भवन की तरफ बढ़ रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में उनको छोड़ दिया गया। शास्त्री भवन में पेट्रोलियम मंत्रालय का दफ्तर है।(भाषा)