कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुसलमानों पर लगातार हो रहे हमलों को लेकर भाजपा सरकार पर मूकदर्शक बने रहने का रविवार को आरोप लगाया और ऐसी घटनाओं में शामिल अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। भाजपा शासित हरियाणा और महाराष्ट्र में भीड़ द्वारा की गई हिंसा की दो घटनाओं के मद्देनजर उन्होंने यह टिप्पणी की।
हरियाणा के चरखी दादरी में, 27 अगस्त को कथित तौर पर गोरक्षकों ने पश्चिम बंगाल से आए एक मुस्लिम प्रवासी की पीटकर हत्या कर दी थी। उस पर यह संदेह जताते हुए हमला किया गया कि उसने बीफ खाया था। हमले में एक व्यक्ति घायल भी हुआ था।
महाराष्ट्र में, ट्रेन में एक बुजुर्ग व्यक्ति के पास बीफ होने के संदेह में उसके साथ बदसलूकी और पिटाई की गई। वह कल्याण जा रहा था। दोनों घटनाओं की स्क्रीनशॉट (तस्वीरें) शेयर करते हुए, राहुल ने कहा कि नफरत को राजनीतिक हथियार बनाकर सत्ता की सीढ़ी चढ़ने वाले लोग देशभर में लगातार भय का राज स्थापित कर रहे हैं। घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भीड़ की शक्ल में छिपे नफरती तत्व कानून के राज को चुनौती देते हुए खुलेआम हिंसा फैला रहे हैं। भाजपा सरकार से इन उपद्रवियों को खुली छूट मिली हुई है, इसलिए उनमें ऐसा कर पाने का साहस पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों पर लगातार हमले जारी हैं और सरकारी तंत्र मूकदर्शक बना देख रहा है। राहुल ने पोस्ट में कहा कि ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर कानून का इकबाल कायम किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, भारत की सांप्रदायिक एकता और भारतवासियों के अधिकारों पर किसी भी तरह का हमला संविधान पर हमला है, जो हम बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले - नफरत के खिलाफ भारत जोड़ने की इस ऐतिहासिक लड़ाई को हम हर हाल में जीतेंगे। भाषा