Telangana, Andhra Pradesh rains create havoc : तेलंगाना में हैदराबाद सहित राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 1 व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन लोगों के पानी में बह जाने की आशंका जताई जा रही है। पिछले 24 घंटों में आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में लगातार बारिश के कारण काजीपेट से विजयवाड़ा खंड में बाढ़ आ गई है और दरारें पड़ गई हैं और पांच ट्रेन फंस गई हैं, जबकि अधिकारियों ने 15 ट्रेन को परिवर्तित मार्ग से चलाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों को इस संकट से निपटने के लिए रविवार को केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से फोन पर बात की।
17000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया : आंध्रप्रदेश में पिछले दो दिन में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण कई स्थानों, विशेषकर विजयवाड़ा और आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और पूरे राज्य में बारिश से प्रभावित 17,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
विजयवाड़ा के बाहरी इलाके में स्थित बुडामेरु नामक छोटी नदी के तटबंध में रविवार को दरार आ गई और कई स्थानों पर यह ऊपर से बहने लगी, जिससे शहर के कई इलाकों, जैसे अजीत सिंह नगर, स्वाति थिएटर क्षेत्र, पुलिस नगर क्षेत्र और पश्चिम व मध्य निर्वाचन क्षेत्र जलमग्न हो गए।
स्थानीय समाचार चैनलों के फुटेज में बाढ़ के कारण इन क्षेत्रों और विजयवाड़ा में कई कारें और वाहन डूबते हुए देखे गए हैं। शहर के राजराजेश्वरी पेटा में लोगों को जलमग्न सड़क पर छाती तक गहरे पानी से गुजरते देखा गया।
ताडेपल्ली में आंध्रप्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य में भारी बारिश हुई है।
कहां कितनी बारिश : "भारी बारिश के कारण, विजयवाड़ा और गुंटूर शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। काजा में विजयवाड़ा-गुंटूर राष्ट्रीय राजमार्ग और जग्गैयापेटा में विजयवाड़ा-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से जलमग्न हैं।" मुख्यमंत्री के मुताबिक, जग्गैयापेटा में 24 घंटे में 26 सेंटीमीटर बारिश हुई, जबकि 14 मंडलों में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
14 जिलों में 94 अन्य स्थानों पर सात से 12 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि कि बारिश से संबंधित घटनाओँ में नौ लोगों की मौत होने और एक व्यक्ति के गुमशुदा होने का मामला दर्ज किया गया है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश से प्रभावित 17,000 लोगों को 107 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है, जबकि 1.1 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि क्षेत्र और 7,360 हेक्टेयर बागवानी क्षेत्र को नुकसान हुआ है। नायडू ने कहा कि लोगों के लिए पुनर्वास केंद्रों पर भोजन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री के रूप में 25 किलोग्राम चावल, तथा एक-एक किलोग्राम दाल, चीनी, प्याज और तेल वितरित किया जा रहा है।
तेलंगाना में 1 की मौत : तेलंगाना में बारिश ने कहर बरपाया। मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंत्रियों, अधिकारियों और निर्वाचित सदस्यों के साथ आपातकालीन समीक्षा की। महबूबाबाद और खम्मम जिलों में रविवार को बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य के बह जाने की आशंका है।
दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 99 ट्रेन रद्द कर दी गईं और चार ट्रेन आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं, जबकि 54 ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
राज्य में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए रेड्डी ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की और मंत्रियों से फोन पर बात करने के साथ जलमग्न क्षेत्रों में राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को तेलंगाना के खम्मम में गंभीर स्थिति के बारे में सूचित किया और बताया कि जिले के 110 गांव जलमग्न हो गए हैं, नौ लोग प्रकाश नगर पहाड़ी पर फंसे हुए हैं, पलैर निर्वाचन क्षेत्र में अजमीरा थांडा पहाड़ी पर 68 लोग फंसे हैं और 42 अन्य लोग इमारतों में फंसे हुए हैं।
संजय कुमार ने बताया कि गृहमंत्री के आदेश के बाद चेन्नई, विशाखापट्टनम और असम से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन-तीन टीम तेलंगाना भेजी गई हैं।
कुमार ने कहा कि उन्होंने बचाव प्रयासों में समन्वय के लिए एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की तथा तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के साथ भी हालात और जारी बचाव कार्यों पर चर्चा की।
पुलिस ने बताया कि रविवार तड़के महबूबाबाद जिले के मारीपेडा मंडल में उफनती नदी को पार करते समय एक कार के बह जाने से उसमें अपने पिता के साथ सवार एक महिला की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि वाहन का पता लगा लिया गया है और महिला का शव बरामद कर लिया गया है। महिला के पिता का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में खम्मम जिले के कुसुमांची मंडल में एक घर की दीवार गिरने से परिवार के दो सदस्यों के बाढ़ के पानी में बह जाने की आशंका है और उन्हें ढूंढ़ने के प्रयास जारी हैं।
मौसम केंद्र ने रविवार को कहा कि रविवार दोपहर 13:00 बजे से दो सितंबर सुबह 8:30 बजे तक तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, यादाद्री भुवनगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, कामारेड्डी और महबूबनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। इस पूर्वानुमान के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
महबूबाबाद जिले में केसमुद्रम के निकट रेल पटरी के नीचे की बजरी का एक हिस्सा बाढ़ के पानी में बह गया, जिससे ट्रेन सवार यात्री केसमुद्रम रेलवे स्टेशन पर फंस गए।
भारी बारिश के बाद कुछ जिलों में छोटी नदियां उफान पर हैं और बाढ़ के पानी के कारण गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है। हैदराबाद में रातभर बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया।
तेलंगाना के कई हिस्सों में शनिवार को मध्यम से भारी बारिश हुई जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और कुछ स्थानों पर गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया।
मुख्यमंत्री ने एक वर्चुअल बैठक के दौरान शीर्ष अधिकारियों को अगले 24 घंटे तक सतर्क रहने को कहा है। रेड्डी ने जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, राजस्व, सिंचाई और नगर निगम के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित बस्तियों का दौरा करने का आदेश दिया।
महत्वपूर्ण विभागों के सभी अधिकारियों को अपनी छुट्टियां रद्द करने और वर्षा प्रभावित जिलों के राहत एवं बचाव कार्यों में तत्काल शामिल होने के विशेष निर्देश दिए गए हैं।