नई दिल्ली। कांग्रेस ने पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात में गुरुवार को प्रसारित साक्षात्कार को लेकर कुछ चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के चुनाव आयोग के निर्देश का विरोध करते हुए मांग की यदि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का यही मापदंड है तो सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।
कांग्रेस ने इस संबंध में गुरुवार देर रात चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा तथा प्रवक्ता रणदीपसिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने आयोग को सारे साक्ष्य दिखाए हैं और उनसे आग्रह किया है कि वह चुनाव आचार संहिता के मामले में दोहरा मापदंड नहीं अपनाये और तथ्यों के आधार पर मोदी तथा शाह के साथ ही वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ भी कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल तथा विपक्ष के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए और दोनों के साथ एक जैसा मापदंड अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि साक्षात्कार देना और उसका प्रसारण आचार संहिता का उल्लंघन है तो फिरमोदी का फिक्की में दिया गया राजनीतिक भाषण, शाह का हवाई अड्डे पर प्रेस से बातचीत तथा गोयल की दो बार की गई प्रेस कांफ्रेंस भी इसी श्रेणी में आनी चाहिए और उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रेस की आजादी का सम्मान होना चाहिए और राजनीतिक विद्वेष की भावना से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को नहीं छीना जाना चाहिए।
इससे पहले चुनाव आयोग ने गांधी के साक्षात्कार का गुजरात में दूसरे चरण के चुनाव वाले क्षेत्रों में प्रसारण करने पर कुछ चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए और राहुल गांधी को भी प्रथम दृष्टया आचार संहिता का उल्लंघन करने का दोषी बताते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है। (वार्ता)