Major Shaitan Singh memorial of Ladakh: चीन के खिलाफ 1962 की जंग के हीरो परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान के स्मारक को लेकर एक खबर चल रही है। कहा जा रहा है कि इस स्मारक को हटा दिया गया है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। भारतीय सेना के वीर योद्धा का यह स्मारक लद्दाख में है।
क्या कहना है कांग्रेस का : शहीद मेजर शैतान सिंह भाटी एवं उनके साथियों ने चीन के खिलाप रेजांग ला की जंग में अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया था। इस बीच, कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि भारत-चीन युद्ध के हीरो 'परमवीर चक्र' विजेता मेजर शैतान सिंह की याद में लद्दाख में एक स्मारक बना था। अब इस स्मारक को ध्वस्त करने की दुखद खबरें आ रही हैं।
लद्दाख के चुशूल के पार्षद खोंचोक स्टानज़िन ने बताया- मेजर शैतान सिंह का स्मारक इसलिए ध्वस्त किया गया क्योंकि लद्दाख की हमारी इस जमीन को अब बफर जोन घोषित कर दिया गया है। यह देश के लिए बेहद चिंताजनक और अपमानजनक बात है। इस कृत्य पर PM मोदी और उनकी सरकार को जवाब देना चाहिए। अगर PM मोदी ने चीन को क्लीनचिट न दी होती तो आज ये दिन देखना न पड़ता।
क्या है रेजांग ला की जंग : भारत-चीन युद्ध के दौरान 18 नवंबर, 1962 के दिन लद्दाख की चुशूल घाटी में 13 कुमाऊं रेजीमेंट के परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह भाटी और उनके 120 जांबाजों ने चीन के करीब 1300 सैनिकों को मार गिराया था। उस दिन लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 5000 से 6000 सैनिकों ने लद्दाख पर हमला बोल दिया था।