मुंबई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अगले 36 घंटों में चक्रवात का रूप ले सकता है। विभाग ने चेतावनी दी है कि तीन जून की शाम को चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात को पार कर जाएगा जिससे भारी बारिश होने का अनुमान है।
महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ से मद्देनजर मुंबई और आस पास के जिलों के लिए सोमवार को अलर्ट जारी किया। तूफान के 3 जून को राज्य के तट पर पहुंचने की आशंका है।
राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की और किसी भी स्थिति से निपटने में राज्य की तैयारियों का जायजा लिया।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 10 इकाइयों को संवेदनशील जिलों में तैनात गया है, जबकि 6 अन्य को तैयार रहने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि ऐसे वक्त में बिजली आपूर्ति बिल्कुल बाधित नहीं हो जब राज्य कोरोना वायरस संकट से जूझ रहा है और विभिन्न अस्पतालों में हजारों मरीजों का इलाज चल रहा है।
तटीय पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जा रही है।
ठाकरे ने एक बयान में कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
क्या है गुजरात की तैयारियां : गुजरात के तट पर 3 जून को चक्रवाती तूफान आने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार को निचले स्थानों पर रहने वालों को निकालने का आदेश दिया और आधा दर्जन से अधिक जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 10 दल तैनात कर दिए।
अरब सागर के ऊपर चक्रवात की गतिविधि को देखते हुए राज्य की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोमवार को गांधीनगर में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात के कारण उपजी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए दक्षिणी गुजरात के पांच जिलों- सूरत, भरुच, नवसारी, वलसाड और दांग और सौराष्ट्र के भावनगर और अमरेली जिले में एनडीआरएफ के दस दल तैनात कर दिए गए हैं।
अहमदाबाद मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा, कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में सूरत से 900 किलोमीटर दूर है। दक्षिणी गुजरात के तट पर दमन के पास चक्रवाती तूफान तीन जून की शाम को पहुंच सकता है। हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है।