अहमदाबाद। गुजरात में चक्रवातीय तूफान ताउते के कारण हुई घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई और राज्य के पश्चिमी तट पर इससे भारी तबाही मची है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि चक्रवात ताउते सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और ऊना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। यह गुजरात तट से अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया।
आईएमडी ने बताया कि अमरेली के पास सौराष्ट्र क्षेत्र में सौराष्ट्र क्षेत्र में मंगलवार सुबह यह काफी गंभीर चक्रवाती तूफान बना हुआ था। चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद इससे भारी तबाही मची है। वहीं भावनगर, राजकोट, पाटण और वलसाड में एक-एक व्यक्ति की जान तूफान के दौरान हुए हादसों में गई।
विभाग ने सुबह के बुलेटिन में बताया कि चक्रवाती तूफान के अमरेली से 10 किमी दक्षिण में और दीव से लगभग 95 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व में स्थित होने के कारण हवा की रफ्तार 150 से 175 किमी प्रति घंटे से कम हो गई और हवा 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी।
आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर आगे बढ़ने और अगले तीन घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है। विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान की वजह से, गुजरात और सौराष्ट्र में मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। साथ ही कुछ दूर-दराज इलाकों में भारी से बेहद भारी तथा भीषण बारिश हो सकती है। दिन में हवा की गति भी कम होने का अनुमान है। राज्य में अभी तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
राज्य आपात अभियान केन्द्र (SEOC) के एक अधिकारी ने बताया कि भीषण बारिश और तेज हवाओं के कारण अलग-अलग स्थानों पर दीवारें गिरने से तीन लोगों की मौत हुई। मृतकों में राजकोट, वलसाड और भावनगर का एक-एक व्यक्ति शामिल है। तीनों जिले राज्य में चक्रवती तूफान से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में से हैं।
पाटण ए-संभाग पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात तेज हवाएं चलने से, पाटण में सो रही एक महिला पर बिजली का खंभा गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई।
गुजरात में कई तटीय इलाकों में बिजली नदारद रही। वहीं, तेज हवाएं चलने के कारण कई पेड़, बिजली के खंभे और मोबाइल टावर भी गिर गए। (भाषा)