विजयवाड़ा। चक्रवाती तूफान ‘फेथाई’ सोमवार को आंध्र प्रदेश तट पार कर ईस्ट गोदावरी जिले के काकीनाडा के निकट पुड्डुचेरी के यनम जिले में पहुंचा। तूफान के कारण यहां एक व्यक्ति की मौत हो गई और फसलों को भारी नुकसान पहुंचा।
मौसम विभाग के अनुसार फेथाई ने अपराह्न डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच आंध्र प्रदेश तट पार किया। कातरेनिकोनो के नजदीक तट से टकराते समय तूफान की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी। अगले तीन घंटों के दौरान इसके उत्तर-पूर्व की और बढ़ने का अनुमान है तथा काकीनाडा तट के निकट पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा।
विभाग के अनुसार तूफान उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने के साथ ही कमजोर हो जाएंगा और देर शाम एक बार फिर 55-65 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के साथ तुनी के नजदीक समुद्र तट को पार करेगा। फेथाई के कारण यहां क्रीस्तुराजपुरम में पर्वत से एक बड़ी चट्टान गिर जाने से एक युवक की मौत हो गयी।
युवक की पहचान रंगीला दुर्गा राव (28) के रूप में की गई है। जिलाधिकारी बी. लक्ष्मीकांतम ने मृतक के परिवार को तत्काल 50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। तूफान की वजह से खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, खास तौर पर ईस्ट गोदावरी, वेस्ट गोदावरी, कृष्णा और विशाखापत्तनम जिलों में हजारों एकड़ में खड़ी धान की फसलें पानी में डूब कर नष्ट हो गई।
इसके अलावा मक्का, हल्दी, कपास अैर मिर्च की फसलें भी बर्बाद हो गई हें। बिजली के सैकड़ों खंबे और पेड़ जड़ से उखड़ गए तथा यातायात भी बाधित हुआ है। कृष्णा, गुंटूर, वेस्ट गोदावरी, ईस्ट गोदावरी और विशाखापत्तनम जिलों में कल देर रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। गुंटूर और कृष्णा जिलों में आज शाम तक हालात सामान्य हो गए थे लेकिन तटीय जिलों में बादल छाए रहें और मौसम काफी ठंडा हो गया।
चक्रवाती तूफान के कारण विजयवाड़ा, गुंटूर और काकीनाडा में कई घंटों तक जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। बिजली के खंबे उखड़ जाने से कई शहर अंधेरे में डूबे रहे। मोबाइल फोन नेटवर्क भी कई घंटों तक बाधित रहा। रेलवे ने सिम्हाद्री, रत्नाचल और जन्मभूमि एक्सप्रेस समेत 47 रेलगाड़ियां का परिचालन रद्द कर दिया।
विमानन सेवाएं बाधित होने और 14 उड़ानें रद्द किए जाने के कारण विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर 750 से अधिक यात्री फंसे हुए हैं। मंत्री नारा लोकेश, के वेंकट राव, के श्रवण, एन चिनाराजप्पा और पी नारायण विभिन्न जिलों में राहत अभियान की निगरानी कर रहे हैं। तूफान प्रभावित क्षेत्रों में उखड़े पेड़ों और खंबो को हटाने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है।
राज्य सरकार ने दावा किया कि मुख्यमंत्री एन, चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर एहतियाती कदम उठा कर चक्रवात से होने वाली क्षति काफी कम कर दी गई। सरकार एक सप्ताह पहले से ही हालात पर नजर रखे हुए थी और नुकसान को कम से कम करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही थी। मुख्यमंत्री अन्य मंत्रियों और अधिकारियों के साथ आज रात स्थिति की समीक्षा करेंगे।