डकैत बबुली कोल को एमपी पुलिस ने नहीं, साथी ने उतारा था मौत के घाट, डकैत सोहन कोल का मीडिया के सामने कबूलनामा
भोपाल। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े इनामी डकैत बबुली कोल और उसके साथी लवलेश कौल को मुठभेड़ में मार गिराए जाने के मध्य प्रदेश पुलिस के दावे पर अब सवाल उठने लगे हैं। यूपी पुलिस ने गुरुवार को डकैत बबुली कोल के गिरोह के सदस्य एक लाख के इनामी डकैत सोहन कौल को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्त में आए डकैत सोहन कौल ने मीडिया के सामने दावा किया कि उसने ही गिरोह के सरगना बबुली कोल और उसके राइट हैंड लवलेश कोल को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
डकैत सोहन कोल का दावा है कि उसने जिस वक्त बबुली कोल को गोली मारी उस वक्त वह निहत्था था। उसने पहले लवलेश कोल और फिर बबुली कोल को गोली मार दी। डकैत सोहन कोल ने इसके पीछे फिरौती की रकम का नहीं मिलना बड़ी वजह बताया है।
डकैत सोहन कोल के दावे को लेकर एमपी पुलिस बैकफुट पर दिखाई दे रही है वहीं यूपी पुलिस डकैत सोहन कोल के दावे की जांच की बात कह रही है। डकैत बबुली कोल के गिरोह के सक्रिय सदस्य सोहन को यूपी पुलिस ने गुरुवार को चित्रकूट के जंगलों में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। पुलिस ने डकैत सोहन कोल के पास से कई आधुनिक राइफलें और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद किया है।
एमपी पुलिस के दावे पर सवाल : इससे पहले करीब 7 लाख के इनामी डकैत बबुली कोल और उसके साथी लवलेश कोल को एमपी पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर ने दोनों डकैतों को उस समय मार गिराने का दावा किया था जब वह फिरौती के लिए किसी को अगवा करने के लिए आ रहे थे।
पुलिस के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि डकैत बबुली कोल अपने गिरोह के साथ सतना के धारकुंडी के जंगलों में पकड़ के लिए आ रहा था तभी पुलिस ने घेराबंदी कर डकैत पार्टी को घेर लिया। इसके बाद दोनों तरफ से हुई गोलाबारी में डकैत बबुली कोल और उसका साथी लवलेश कौल मारा गया। पुलिस ने मौके से डकैत के शव के साथ हथियार भी बरामद किया है।
डकैत बबुली कोल के मार गिराने के एमपी पुलिस के दावे पर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे। भाजपा के पूर्व मंत्री ने पुलिस के दावे पर सवाल उठाते हुए पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी।
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