मध्यप्रदेश में पुलिस के रिकॉर्ड में सबसे बड़ा इनामी डकैत बबुली कोल मारा गया है। सतना में पिछले दिनों किसान अपहरण से चर्चा में आए डकैत बबुली कोल और उसके एक साथी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। डकैत बबुली कोल और उसका गिरोह उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में पिछले एक दशक से अधिक समय से आतंक का पर्याय बना हुआ था। बबुली कोल पर पुलिस ने 7 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
बबुली कोल हाल में ही रीवा जिले के किसान बृजेश द्धिवेदी के अपहरण के बाद चर्चा में आया था। किसान के अपहरण के बाद डकैत बबुली कोल ने किसान के परिवार वालों से 50 लाख की फिरौती मांगी थी। रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर ने डकैती बबुली कोल के मारे जाने की पुष्टि कर दी है।
आईजी के मुताबिक डकैत बबुली कोल और लवलेश कोल को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि डकैत बबुली कोल अपने गिरोह के साथ सतना के धारकुंडी के जंगलों में पकड़ के लिए आ रहा था तभी पुलिस ने घेराबंदी कर डकैत पार्टी को घेर लिया। इसके बाद दोनों तरफ से हुई गोलाबारी में डकैत बबुली कोल और उसका साथी लवलेश कौल मारा गया। पुलिस ने मौके से डकैत के शव के साथ हथियार भी बरामद किया है।
मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश में था आतंक : 7 लाख के इनामी डकैत बबुली कोल का आतंक मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश दोनों राज्यों में था। उत्तरप्रदेश के कर्वी का रहने वाला डकैत बबुली कोल उस वक्त चर्चा में आया था, जब उसने 5 लोगों को जिंदा जलाकर मार डाला था। बबुली कोल पर उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में 100 से अधिक मामले दर्ज थे। बबुली कोल और उसका गिरोह इस इलाके में बड़े किसानों और ठेकेदारों का अपहरण करने के लिए जाना जाता था।
खात्मे के पीछे गैंगवार की भी कहानी : 2 राज्यों में आतंक का पर्याय बने डकैत बबुली कोल को भले ही पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने का दावा कर रही हो लेकिन स्थानीय सोर्स बबुली के खात्मे को गैंगवार से जोड़ रहे हैं। पिछले दिनों रीवा में जिस किसान का अपहरण कर गिरोह ने 50 लाख की फिरौती मांगी थी, उसी की रकम के बंटवारे को लेकर गिरोह में गैंगवार हुआ जिसमें बबुली कोल मारा गया। स्थानीय सूत्र बताते हैं कि फिरौती की रकम को लेकर बबुली कोल का गैंग के सदस्य लाली कोल से विवाद हुआ और विवाद में ही लाली कोल ने उसको गोली मार दी।
इसके बाद लाली कोल ने पुलिस में सरेंडर कर दिया है। लाली कोल हाल में ही डकैत बबुली कोल के गिरोह में शामिल हुआ था और वह गिरोह में सबसे नया सदस्य था। सूत्रों के मुताबिक डकैत बबुली कोल के उसके साथी के हाथों मारे जाने का पूरा प्लान पुलिस ने ही तैयार किया था।
गिरोह के सदस्यों में फूट डालने का काम पुलिस ने उस वक्त शुरू कर दिया था, जब उसने लाली कोल के पिता और भाई को गिरोह की मदद करने के लिए गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने उनके जरिए ही लाली कोल तक मैसेज भेजकर डकैत बबुली कोल के सफाये का प्लान तैयार किया जिसमें रविवार को पुलिस को सफलता हाथ लगी।