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भारतीय सेना ने दिया शौर्य, सूझबूझ और संयम का परिचय, यही है 'सच्चे सैनिक धर्म' की पहचान

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एन. पांडेय

, शुक्रवार, 1 अक्टूबर 2021 (22:04 IST)
देहरादून। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लद्दाख क्षेत्र के गलवान में मातृभूमि की रक्षा करने के लिए संघर्ष करने की नौबत आई तो बिहार रेजीमेंट के बहादुरों ने देश के मान-सम्मान की रक्षा की और एक इंच जमीन भी जाने नहीं दी। जिस शौर्य, सूझबूझ और संयम का परिचय भारतीय सेना ने दिया है, वह इस देश के 'सच्चे सैनिक धर्म' की पहचान है।

यह सुखद संयोग है कि आज जब वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण हो रहा है तो देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्षों में ‘मिशन मोड’ में काम हुआ है।
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज उत्तराखंड में दौरे पर हैं।

ऐसे में उत्तराखंड आने के बाद राजनाथ सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ की राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि क्रिकेट की भाषा में अगर कहूं तो 20-20 के मैच में धामीजी को आखिरी ओवर में उतारा गया है। धामी जी काफी ‘धाकड़ बल्लेबाज’ हैं। उन पर उत्तराखंड के लोगों की बहुत सारी उम्मीदें टिकी हुई हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वे इन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।
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राजनाथ आज उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पीठसैण में पेशावर क्रांति के नायक वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण करने वहां पहुंचे थे।वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को श्रद्धांजलि देते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली एक सच्चे सैनिक तो थे ही, साथ ही वे एक प्रखर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे।

उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली कर्म और धर्म दोनों से सैनिक थे।रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी देश या राज्य की नियति का फैसला, वहां की सरकार की नियत से तय होता है। पुष्कर सिंह धामी ने बिल्कुल सही नारा दिया है कि सरकार का दृढ़ इरादा, बातें कम काम ज्यादा। पूरा विश्वास है कि वे इन उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।

चारधाम तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाने की मांग : उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड हाईकोर्ट नैनीताल में चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की निर्धारित संख्या बढ़ाने के लिए हलफनामे के साथ प्रार्थना पत्र दाखिल किया है। इस मामले को सरकार की ओर से शुक्रवार या सोमवार को कोर्ट के समक्ष सुनवाई के लिए पेश किया जाएगा।पूर्व में हाईकोर्ट ने सरकार की अर्जी पर सुनवाई करते हुए चारधाम यात्रा पर लगाई गई रोक को हटा दिया था। साथ ही केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800, बदरीनाथ में 1000, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 श्रद्धालुओं को जाने देने की अनुमति दी थी।

बृहस्पतिवार को सरकार की ओर से इस आशय का हलफनामा दाखिल कर दिया गया। सरकार के अनुसार चारों धामों में एसओपी का पूरी तरह अनुपालन किया जा रहा है। बेहद कम तीर्थयात्री दर्शन के लिए जा पा रहे हैं।बद्री संघर्ष समिति ने चारधाम यात्रा में ई-पास की अनिवार्यता के विरोध में दो अक्टूबर को बंद का ऐलान किया है। समिति के अनुसार दो अक्टूबर को बद्रीश पुरी (बदरीनाथ बाजार) को बंद रखा जाएगा।

टाइगर रिजर्व, पार्कों और अभ्यारण्य में 18 साल तक के बच्चों का प्रवेश रहेगा निःशुल्क : उत्तराखंड के सभी टाइगर रिजर्व, पार्कों और अभ्यारण्य आदि में 18 साल तक के बच्चों को निःशुल्क प्रवेश मिलेगा। एक लाख युवाओं को ईको-प्रेन्योर बनाकर नेचर गाइड, ड्रोन पाइलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, ईकोटूरिज्म, वन्यजीव टूरिज्म आधारित कौशल के उद्यम में काम मिलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन्य जीव सप्ताह के शुभारंभ मौके पर ये घोषणा भी की है।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मालसी डियर पार्क स्थित देहरादून जू में 1-7 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले वन्य जीव सप्ताह का शुभारंभ कर रहे थे।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि लोगों को वनों और वन्यजीवों के आर्थिकी से जोड़ने के लिए सीएम यंग ईको-प्रिन्योर स्कीम की शुरुआत की जाएगी।उत्तराखंड का 71 प्रतिशत भू-भाग वन क्षेत्र है।

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