नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने गो फर्स्ट एयरलाइंस (Go First Airlines) को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है। डीजीसीए ने विमानन कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा है कि क्यों 50 यात्रियों को लिए बगैर ही विमान बेंगलुरु एयरपोर्ट (Bengaluru Airport) से रवाना हो गई DGCA ने गो फर्स्ट एयरलाइन के अधिकारियों को जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का वक्त दिया है।
एयरलाइन कंपनी ने इस मामले की जांच के आदेश देते हुए घटना से जुड़े सभी कर्मचारियों कार्यक्रम सारिणी (रोस्टर) से हटा दिया है। इससे पहले नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) भी कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर चुका है।
डीजीसीए ने एयरलाइन के मुख्य परिचालन अधिकारी एवं प्रबंधक को भेजे गए कारण बताओ नोटिस में कहा है कि निर्धारित प्रावधानों का पालन नहीं करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। एयरलाइन को दो सप्ताह के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा गया है।
गो फर्स्ट की बेंगलुरु-दिल्ली उड़ान के कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि एक यात्री बस में सवार 50 से अधिक यात्रियों को लिए बगैर ही विमान रवाना हो गया। यह उड़ान सोमवार को शाम 6 बजकर 40 मिनट पर रवाना हुई थी।
कंपनी ने मांगी माफी : किफायती विमान सेवा कंपनी ने बयान में कहा कि 'बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली उड़ान संख्या जी8-116 के उड़ान भरने से पहले यात्रियों की जांच के दौरान लापरवाही के कारण उत्पन्न हुई इस स्थिति के लिए हम माफी मांगते हैं।' बेंगलुरु हवाईअड्डे पर सोमवार को यात्रियों को लिए बिना ही उड़ान भरने के मामले में गो फर्स्ट ने यात्रियों से माफी मांगी है। गो फर्स्ट ने मंगलवार को कहा कि उड़ान से पहले यात्रियों की जांच के दौरान लापरवाही के कारण ही यह घटना हुई।
कर्मचारियों को हटाया : कंपनी ने यह भी कहा कि यात्रियों को दूसरी उड़ानों से दिल्ली और उसके बाद उनके गंतव्य स्थलों के लिए रवाना कर दिया गया। गो फर्स्ट ने कहा कि उसने इस मामले से प्रभावित सभी यात्रियों को अगले 12 माह में घरेलू मार्ग पर उड़ान का एक टिकट नि:शुल्क दिया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कंपनी ने इसके बाद कहा कि जांच जारी रहने तक सभी संबंधित कर्मचारियों को रोस्टर से हटा दिया गया है। भाषा Edited By : Sudhir Sharma Photo Courtesy : Twitter