नई दिल्ली। भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण रहा जब बुधवार को 5 राफेल लड़ाकू विमानों का पहला जत्था फ्रांस से अंबाला एयरबेस पर पहुंचा। यहां पर इन लड़ाकू विमानों का वॉटर कैनन सैल्यूट दिया गया। इस बीच कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राफेल को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा, लेकिन ट्वीट में राफेल की कीमत को लेकर उन्होंने बड़ी गलती कर दी। गलती का अहसास होने के बाद एक और ट्वीट कर इस गलती के लिए खेद भी जताया।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा कि एक राफेल की कीमत कांग्रेस सरकार ने 746 तय की थी, लेकिन 'चौकीदार' महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी मांग करने के बावजूद आज तक एक राफ़ेल कितने में ख़रीदा है, बताने से बच रहे हैं। क्यों? क्योंकि चौकीदारजी की चोरी उजागर हो जाएगी!! 'चौकीदार' जी अब तो उसकी क़ीमत बता दें! इस ट्वीट में कीमत की गलती का अहसास होने के बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा- 'क्षमा करें '746 करोड़' तय की थी। त्रुटि के लिए खेद है।'
इससे पहले सुबह कांग्रेस नेता ने ट्वीट किए थे कि 'राष्ट्रीय सुऱक्षा का आकलन करते हुए रक्षा मंत्रालय ने 126 राफ़ेल खरीदने की सिफ़ारिश की थी, जो UPA ने स्वीकार कर सहमति दी। अब मोदीजी ने 126 के बजाय 36 राफेल खरीदने का फ़ैसला क्यों लिया? यह पूछने पर भी कोई जवाब नहीं। क्या मोदीजी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया?