नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। जगह-जगह सड़कें जलमग्न हैं वहीं गाड़ियों की लंबी कतार ने ट्रैफिक की समस्या बढ़ गई है। नतीजतन फरीदाबाद और नोएडा जैसे शहरों में तो कक्षा 8 तक स्कूलों को बंद करने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है। लगातार बारिश ने मौसम का पूरा मिजाज ही बदल दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भारी बारिश होने से सड़कों पर जलजमाव हो गया और यातायात बाधित हुआ। मौसम विभाग ने आज के लिए भी ।येलो। अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में शनिवार को हल्की बारिश हो सकती है और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की आशंका है।
इसी प्रकार उत्तराखंड और पश्चिम उत्तरप्रदेश में 25 और 26 सितंबर के दौरान पूर्वी उत्तरप्रदेश और पूर्व में बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश और असम और मेघालय में भी आज अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश और दक्षिण पश्चिम उत्तरप्रदेश के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है।
राजस्थान में मानसून सक्रिय : राजस्थान में मानसून की सक्रियता के चलते शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में कल से बारिश हो रही है। जयपुर, अलवर, कोटा, सीकर, चुरू जिले में शुक्रवार को सुबह से रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, सीकर, टोंक चूरू, नागौर जिलों के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में हुआ भूस्खलन: पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में भूस्खलन की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं । यहां नजंग के पास तवाघाट लिपुलेख सड़क पर अचानक से पहाड़ी का बड़ा हिस्सा देर शाम भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि भूस्खलन से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। इस भूस्खलन का एक वीडियो राहगीर ने बनाया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश देखने को मिल रही है। पिथौरागढ़ में भूस्खलन की वजह से 40 यात्री फंस गए हैं। जिला प्रशासन ने राजमार्ग पर यातायात रोक दिया है वहीं, उत्तरकाशी में गंगोत्री धाम से लौट रहे राजस्थान के 400 तीर्थ यात्री भी भूस्खलन की वजह से फंस गए हैं। ये तीर्थ यात्री राजस्थान के कई शहरों के शहरों के रहने वाले हैं।
पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में भूस्खलन की दिलदहला देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहां तवाघाट लिपुलेख सड़क पर नजंग के पास के पास अचानक से पहाड़ी का बड़ा हिस्सा देर शाम भरभरा का गिर गया। गनीमत रही कि भूस्खलन से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। इस भूस्खलन का एक वीडियो वीडियो राहगीर ने बनाया है। भूस्खलन की वजह से तवाघाट लिपुलेख राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। सड़क बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही 40 यात्री बूंदी में फंस गए हैं।
स्काईमेट के अनुसार एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से लेकर ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान होते हुए पश्चिम राजस्थान के मध्य भागों तक फैली हुई है। पश्चिमी विक्षोभ को मध्य क्षोभमंडल में एक ट्रफ के रूप में देखा जाता है, जो औसत समुद्र तल से 5।8 किमी की ऊंचाई पर लगभग 74 डिग्री पूर्व से 32 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल: पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तरप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों, पूर्वी हरियाणा, दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम बारिश के साथ कई स्थानों पर भारी बारिश हुई। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, तेलंगाना, तटीय आंध्रप्रदेश और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, तटीय कर्नाटक, केरल और कोंकण और गोवा में हल्की बारिश हुई।
अगले 24 की मौसम की संभावित गतिविधि: अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर राजस्थान, दिल्ली के कुछ हिस्सों, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तरप्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, शेष पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हो सकती है।