हिंदी भाषा दशकों से लगातार प्रमुख मातृभाषा के रूप में देखी जाती रही है। सन 1971 में 37 प्रतिशत भारतीय लोगों की मातृभाषा हिंदी थी जो साल 2011 में 43.63 तक आंकड़ा पहुंच गया।
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 37वीं संसदीय राजभाषा समिति की बैठक के दौरान बयान देते हुए कहा कि, देश के अन्य राज्यों के लोगों को भी हिंदी बोलनी चाहिए। उन्होंने कहा दो अलग प्रकार की भाषा बोलने वाले राज्यों के लोगों को एक दूसरे से हिंदी में बात करनी चाहिए बजाय इंग्लिश भाषा का इस्तेमाल करने के।
...और शुरू हो गया विवाद
अमित शाह के इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया। विपक्ष ने शाह के बयान की आलोचना करते हुए तरह-तरह की टिप्पणी की। विपक्ष ने कहा कि ये लोग हम पर हिन्दी थोपना चाहते हैं। पूर्वोत्तर में, असम साहित्य सभा और उत्तर पूर्व छात्र संगठन जैसे संगठनों ने अमित शाह के इस बयान का विरोध किया है जिसमें ये कहा गया कि राज्यों के स्कूलों में कक्षा 10 तक हिन्दी अनिवार्य कर दी गई है।
कितने प्रतिशत लोग बोलते हैं हिन्दी?
2011 की भाषाई जनगणना में 121 मातृभाषाएं शामिल हैं, जिसमें संविधान की 8वीं अनुसूची में 22 भाषाओं की सूची शामिल है। हिंदी 52.8 करोड़ व्यक्तियों या 43.6 प्रतिशत आबादी के साथ सबसे व्यापक रूप से बोली जाती है जिसे ये लोग हिंदी को अपनी मातृभाषा मानते हैं।
हिंदी भाषा दशकों से लगातार प्रमुख मातृभाषा के रूप में देखी जाती रही है। साल 1971 में 37 प्रतिशत भारतीय लोगों की मातृभाषा हिंदी थी जो 1981 तक 38.74 प्रतिशत पर पहुंची।
1991 में हिंदी बोलने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 39.29 हुई और 2001 तक पहुंचते-पहुंचते 41.03 प्रतिशत हो गई फिर साल 2011 के आंकड़ों के मुताबिक ये आंकड़ा 43.63 तक पहुंच गया।