नई दिल्ली। क्या आपने कभी सुना है कि भारत जैसे देश में ड्रैगन के भी मंदिर हो सकते हैं। खासतौर पर तब जबकि इन्हें काल्पनिक जीव माना जाता है। आपको यह जानकार आश्चर्य हो सकता है कि भारत जैसे देश में ही ड्रैगन के कम से कम दो मंदिर हैं। इतना ही नहीं, इन मंदिरों में लोग पूजा, प्रार्थना करने जाते हैं।
ड्रैगन को एक काल्पनिक जीव कहा जाता है और कुछ लोग इसको अझदहा या अजदहा नाम से भी जानते हैं। इसके बारे में कई कहानियां भी प्रचलित हैं जैसेकि ड्रैगन अपने मुंह से आग उगलता है या वह डायनासोर की तरह विशालकाय होता है। चीन और थाइलैंड आदि देशों में तो इसका जिक्र सांस्कृतिक मिथकों में भी मिलता है।
पर आपको आश्चर्य होगा कि दुनिया में ड्रैगन के मंदिर भी मौजूद हैं और संभव है कि तब आप मानेंगे कि ये पूरी तरह कोई कल्पना नहीं है। कहीं न कहीं थोड़ी बहुत वास्तविकता भी रही होगी। भारत के कुछ भागों में अझदहा से सम्बन्धित हिन्दू व बौद्ध धार्मिक आस्थाएं प्रचलन में हैं। उदाहरण के लिए मणिपुर राज्य में पाखंगबा या एक प्रकार के दिव्य-प्राणी का मंदिर है जिसे लोग देवता मानते हैं।
इस मंदिर में स्थापित इस देवता का स्वरूप बिलकुल ड्रैगन जैसा है।
बैंकॉक की राजधानी थाईलैंड में भी ऐसा ही एक आश्चर्यजनक मंदिर है। इस मंदिर की बाहरी आकृति हूबहू ड्रैगन की तरह है। यह मंदिर बैंकॉक से महज 40 किमी दूर है। मंदिर में भगवान बुद्ध की भी मूर्तियां मौजूद हैं। स्थानीय लोग इस स्थान को पवित्र मानते हैं और त्योहारों पर विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।