भुवनेश्वर। ओडिशा के बालासोर जिले में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) के जासूसी मामले में संदिग्ध महिला सभी पांच आरोपियों के संपर्क में थी और उनमें से 2 को शादी के प्रस्ताव भी दिए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आईटीआर के पांच कर्मचारियों को ओडिशा पुलिस अपराध शाखा द्वारा सात दिन तक हिरासत में रखने की अवधि शनिवार को समाप्त हो गई और उन्हें अब न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा।
उन्हें 14 और 16 सितंबर को एक पाकिस्तानी जासूस को पैसे की एवज में महत्वपूर्ण सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा को मंगलवार को इस मामले में दुबई से धन के लेनदेन और एक महिला ऑपरेटिव (जासूस) की भूमिका का साक्ष्य मिला था।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अपराध शाखा, संजीव पंडा ने बताया कि महिला जिसने बालासोर से होने की गलत जानकारी दी थी, उसने पांचों आरोपियों से ब्रिटेन के सिम कार्ड का उपयोग करके बात की थी, इन लोगों को आपस में इसकी जानकारी नहीं थी। महिला व्हाट्सएप के अलावा अलग-अलग नामों से सात फेसबुक अकाउंट का इस्तेमाल करके उनके संपर्क में थी।
जासूसी मामले में हनी-ट्रैप पहलू पर उन्होंने कहा, वह अक्सर दो आरोपियों को वीडियो कॉल करती थी और यहां तक कि उन्हें शादी के प्रस्ताव भी दिए थे। महिला, जिसकी अभी पहचान नहीं हो पाई है, उसने उनमें से एक को चांदीपुर में अपने घर आने का निमंत्रण भी दिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा ब्रिटेन के फोन नंबर और दुबई में बैंक खाते के विवरण की जांच कर रही है, जहां से एक आरोपी ने दो किस्तों में लगभग 38,000 रुपए प्राप्त किए थे। एडीजी ने कहा, हम आरोपियों के अन्य स्रोतों से पैसे मिलने की आशंका की भी जांच कर रहे हैं। महिला की शिनाख्त होने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।
आईटीआर डीआरडीओ की प्रयोगशाला है, जो रॉकेट, मिसाइलों और हवा में मार करने वाली हथियार प्रणाली के परीक्षण पर उसके सफल-असफल रहने का विश्लेषण करता है।(भाषा)