उत्तराखंड में भूकंप के झटके..दिल्ली-एनसीआर में असर
, बुधवार, 6 दिसंबर 2017 (21:13 IST)
देहरादून। उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए जिससे घबराकर लोग घरों से बाहर खुले स्थानों की ओर दौड़ पड़े। उत्तराखंड के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी भूकंप का असर देखा गया।
मौसम केंद्र के अनुसार, रात आठ बजकर 50 मिनट पर आए रिक्टर पैमाने पर 5.5 तीव्रता के मापे गए इस भूकंप का केंद्र प्रदेश के रुद्रप्रयाग जिले में धरती से 30 किलोमीटर नीचे आंका गया है।
हालांकि प्रदेश में कहीं से किसी नुकसान की फिलहाल खबर नहीं है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी ने बताया कि अभी तक कहीं से जानमाल के किसी नुकसान की खबर नहीं मिली है। वर्ष 1991 में उत्तरकाशी और वर्ष 1999 में चमोली में आए विनाशकारी भूकंप की तबाही झेल चुके लोग इन तेज झटकों से एक बार फिर दहशतजदा हो गए और बाहर की ओर दौड़ पड़े।
राजधानी देहरादून में भी भूकंप से दहशत में आए लोग घरों से बाहर निकल आए। रुद्रप्रयाग से सटे पर्वतीय चमोली जिले के गैरसैंण में कल से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के लिए वहां मौजूद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी भूकंप के झटके महसूस हुए।
उन्होंने बताया कि उनके मेज पर पड़ा पानी का गिलास तेजी से हिलने लगा। गैरसैंण के निकट गौचर में रात्रि विश्राम के लिए रूके पुलिस महानिदेशक रतूडी ने बताया कि भूकंप के झटके इतने तीव्र थे कि वे खुद कमरे से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान पर आ गए।
भूकंप का केंद्र माने जा रहे रुद्रप्रयाग जिले के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि झटके तेज होने की वजह से लोग घबराहट के मारे बाहर निकल आए। हालांकि उन्होंने कहा कि जिले में सब सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि हर स्थान से जानकारी ले ली गई है और कहीं से किसी नुकसान की खबर नहीं है।
मीडिया खबरों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के अलावा आसपास के अन्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने भी पुष्टि की है कि रात को उन्हें भूकंप का हल्का झटका महसूस हुआ है। दिल्ली से सटे फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, सोनीपत, और गुड़गांव में भी भूकंप का असर देखा गया।
देहरादून के समीप सिनौला से डॉ. सुभाष घिल्डियाल ने बताया कि भूकंप के झटके ऊपरी मंजिल पर रहने वालों को महसूस हुए। करीब ढाई किलोमीटर दूर राजपुर रोड पर जरूर भूकंप के झटके महसूस किए गए। यहां पर पंखे के हिलने के साथ ही पानी से भरी बॉटल में भी कंपन देखा गया। (भाषा/वेबदुनिया)
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