नई दिल्ली। चुनाव आयोग से आम आदमी पार्टी (AAP) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। इधर NCP, CPI, TMC से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया है। आम आदमी पार्टी का चुनाव चिह्न झाड़ू जारी रहेगा। पूर्वोत्तर के राज्यों में हुई हार के बाद शरद पवार की एनसीपी से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया है।
आरएलडी और बीआरएस से भी क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा छीना। चुनाव आयोग के अनुसार लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को नागालैंड में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता मिली। टिपरा मोथा पार्टी को त्रिपुरा में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता मिली।
चुनाव आयोग ने ने उत्तरप्रदेश में रालोद को राज्य पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है। रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी को पश्चिम बंगाल में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता दी गई। मेघालय में वॉइस ऑफ द पीपुल पार्टी को राज्य स्तरीय पार्टी के रूप में मान्यता मिली।
चुनाव आयोग ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया तथा तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) का राष्ट्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया।
आयोग ने सोमवार को जारी एक आदेश में उत्तरप्रदेश में रालोद, आंध्रप्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी को दिया गया राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा भी खत्म कर दिया।
आयोग ने कहा कि आप को चार राज्यों-दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में उसके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है।
चुनाव आयोग ने कहा कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के रूप में राकांपा, भाकपा और तृणमूल कांग्रेस का दर्जा वापस लिया जाता है।
भाजपा, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और आप अब राष्ट्रीय दल हैं।
आयोग ने कहा कि राकांपा और तृणमूल कांग्रेस को हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में उनके प्रदर्शन के आधार पर क्रमशः नगालैंड और मेघालय में राज्य स्तर के दलों के रूप में मान्यता दी जाएगी।
राष्ट्रीय पार्टी के लिए क्या जरूरी : किसी भी राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का तमगा हासिल करने के लिए लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में 6% वोट हासिल करना जरूरी है।
इसके अलावा एक तरीका ये भी है कि राजनीतिक पार्टी को लोकसभा की कुल सीटों में से 2 फीसदी सीटें कम से कम तीन राज्यों से मिली हों। या फिर पार्टी को चार राज्यों में क्षेत्रीय दल का दर्जा मिल गया हो। इन तीनों में से कोई भी एक शर्त पूरी करने पर राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल जाता है।