बढ़ती महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को एक राहत की खबर मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय दरों में कमी और सरकार के हस्तक्षेप के चलते रिटेल मार्केट में एडिबल ऑइल की कीमतें कम होने लगी हैं। फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे ने बताया कि इस महीने की शुरुआत से देशभर में मूंगफली के तेल को छोड़कर पैकेज्ड खाद्य तेलों की औसत खुदरा कीमतों में 15-20 रुपए तक की कमी आई है और यह 150 से 190 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है।
पिछले हफ्ते खाद्य तेल कंपनियों अदानी विल्मर और मदर डेयरी ने विभिन्न प्रकार के खाना पकाने के तेलों के लिए एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) में 10-15 रुपए प्रति लीटर की कमी की। दोनों कंपनियों ने कहा कि नए एमआरपी वाला स्टॉक जल्द ही बाजार में उतरेगा। पांडे के अनुसार सरकार के समय पर हस्तक्षेप और वैश्विक विकास के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में रुझान बहुत सकारात्मक हैं।
मलेशियाई पाम तेल वायदा मंगलवार को 3 जनवरी के बाद के सबसे निचले स्तर पर आ गया और लगातार 5वें सत्र में घाटा बढ़ा, क्योंकि प्रमुख बाजारों में मांग के आसपास शीर्ष पाम तेल निर्यातक इंडोनेशिया ने निर्यात को बढ़ावा दिया। पाम तेल में आ रही गिरावट से घरेलू स्तर पर सरसों, सोयाबीन, पामोलीन सहित लगभग सभी तेल तिलहनों में गिरावट आई है।