Weather Updates: नए साल की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) समेत समूचा उत्तर भारत भीषण कोहरे की चपेट में आ गया। कई शहरों में दृश्यता शून्य (zero visibility) होने से इसका असर यातायात पर पड़ रहा है। कई ट्रेनें रद्द की जा रही हैं। सैकड़ों ट्रेनें (trains) कई घंटों की देरी से चल रही हैं। उड़ानें प्रभावित हो रही हैं। इसके साथ ही फसलों पर भी इस कोहरे का असर देखा जा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक किसी भी तरह की राहत न मिलने की चेतावनी जारी की है।
आईएमडी के अनुसार पंजाब, उत्तरी राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार, उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश, दक्षिण उत्तराखंड, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल पर कोहरे की एक परत दिखाई दे रही है। जानकारी के अनुसार यह हालात अभी कुछ दिन और नजर आएंगे।
इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के एनसीआर इलाके में भीषण ठंड और शीतलहर का कहर जारी है। यहां न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही IMD ने कहा है कि अगले 5 दिनों तक शीतलहर में कमी के कोई संकेत नहीं हैं।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज सोमवार श्चिमी हिमालय में छिटपुट हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। 1ली और 3री जनवरी के बीच उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में छिटपुट हल्की बारिश संभव है।
अगले 2 से 3 दिनों के दौरान पंजाब और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में और अगले 48 घंटों के दौरान हरियाणा और पूर्वी उत्तरप्रदेश में घना से बहुत घना कोहरा छा सकता है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, उत्तरी मध्यप्रदेश, उत्तरी राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में घना कोहरा छा सकता है। पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों और उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर ठंडे दिन (cold days) की स्थिति संभव है।
पश्चिमी विक्षोभ को पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है। पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक कम दबाव का क्षेत्र पश्चिमी भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर है।
संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम, उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और अगले 48 घंटों के दौरान एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी और बांग्लादेश के आसपास के हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
Edited by: Ravindra Gupta