Natwar singh : लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शनिवार देर रात निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।
कांग्रेस के पूर्व सांसद नटवर सिंह का जन्म 1931 में राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था। वह 2004-05 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में विदेश मंत्री पद पर काबिज थे।
इससे पहले उन्होंने पाकिस्तान में भारत के राजदूत के रूप में भी सेवाएं दी थीं और 1966 से 1971 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यालय से जुड़े हुए थे।
नटवर सिंह को राष्ट्र के प्रति सेवा के लिए 1984 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने विदेश मामलों सहित अन्य विषयों पर कई चर्चित किताबें भी लिखीं, जिनमें 'द लिगेसी ऑफ नेहरू : अ मेमोरियल ट्रिब्यूट' और 'माई चाइना डायरी 1956-88' शामिल हैं। उनकी आत्मकथा 'वन लाइफ इज नॉट इनफ' भी काफी सुर्खियों में रही थी।
पीएम मोदी ने जताया शोक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक जताया और कूटनीति व विदेश नीति में उनके योगदान की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।'
सुरजेवाला ने दी श्रद्धांजलि : कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में नटवर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। सुरजेवाला ने नटवर सिंह की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह जी के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करे।