Dharma Sangrah

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

ट्रंप का टैरिफ क्‍यों बढ़ा रहा है अमेरिकी खरीदारों की चिंता?

Advertiesment
हमें फॉलो करें Exporters worried about US President Donald Trump's tariffs

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , गुरुवार, 31 जुलाई 2025 (22:32 IST)
US President Donald Trump News : निर्यातक एक अगस्त से भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अमेरिकी शुल्क के प्रभाव को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि अमेरिकी खरीदार या तो ऑर्डर रद्द कर रहे हैं या उन्हें तब तक रोके हुए हैं जब तक कि घोषणा में जुर्माने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती। निर्यातकों के शीर्ष संगठन फियो के अध्यक्ष एससी रल्हन ने कहा कि उद्योग शुल्क और जुर्माने पर स्पष्ट तस्वीर के लिए अमेरिकी कार्यकारी आदेश का इंतजार कर रहा है। अमेरिका 2021-25 के दौरान, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा। भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका का योगदान लगभग 18 प्रतिशत, आयात में 6.22 प्रतिशत तथा द्विपक्षीय व्यापार में 10.73 प्रतिशत है।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक अगस्त से भारत से आने वाले सभी सामान पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के साथ रूस से कच्चा तेल और सैन्य उपकरण खरीदने को लेकर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की। रल्हन ने कहा, मुझे अपने खरीदारों से ऑर्डर रद्द करने के बारे में संदेश मिलने लगे हैं। हम थोड़े चिंतित हैं।
प्लास्टिक उत्पाद निर्यातक अरविंद गोयनका ने इस घोषणा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह क्षेत्र चिंतित है क्योंकि वियतनाम और थाइलैंड जैसे भारत के प्रतिस्पर्धी देशों को भारत की तुलना में कम आयात शुल्क का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, जुर्माना ज्यादा चिंताजनक है। अगर इसे 25 प्रतिशत के अतिरिक्त लगाया जाएगा, तो खरीदार ऑर्डर देना बंद कर देंगे।
 
एक चमड़ा और जूता निर्यातक ने कहा कि इन शुल्कों का भारत पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। निर्यातक ने कहा, अमेरिकी खरीदार स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं। इससे अनिश्चितता पैदा हो रही है। अगर नए शुल्क एक अगस्त से लागू होते हैं, तो लगभग 60 प्रतिशत ऑर्डर रद्द हो जाएंगे।
निर्यातक समुदाय उम्मीद जता रहा है कि भारत और अमेरिका जल्द ही एक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देंगे और यह समझौता 25 प्रतिशत शुल्क और जुर्माने को हटाने में मदद करेगा। अमेरिका 2021-25 के दौरान, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा। भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका का योगदान लगभग 18 प्रतिशत, आयात में 6.22 प्रतिशत तथा द्विपक्षीय व्यापार में 10.73 प्रतिशत है।
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2024-25 में 186 अरब डॉलर (निर्यात 86.5 अरब डॉलर और आयात 45.3 अरब डॉलर) तक पहुंच गया। अमेरिका के साथ भारत का वस्तुओं के व्यापार में व्यापार अधिशेष (आयात और निर्यात का अंतर) की स्थिति है। 2024-25 में यह 41 अरब डॉलर रहा जबकि 2023-24 में 35.32 अरब डॉलर था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर में लावारिस हुए 22 बच्चों को गोद लेंगे राहुल गांधी, उठाएंगे शिक्षा का खर्च