लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस साल अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद मई में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले करीब 22 बच्चों को गोद लेंगे। इन बच्चों ने या तो अपने दोनों माता-पिता या परिवार के एकमात्र कमाने वाले को पाकिस्तानी गोलाबारी में खो दिया था।
मीडिया खबरों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने बताया कि गांधी पुंछ में ऐसे 22 बच्चों का शिक्षा का खर्चा उठाएंगे। पुंछ में हुई गोलाबारी के बाद राहुल गांधी स्वयं प्रभावितों का हाल जानने के लिए पुंछ जिले में आए थे। राहुल गांधी ने पुंछ में उन स्कूलों का भी दौरा किया था, जहां के बच्चे प्रभावित हुए थे। वे क्राइस्ट पब्लिक स्कूल में भी गए थे, जहां पर पढ़ रहे दो जुड़वा बच्चे उरवा फातिमा और जैन अली भी गोलाबारी में मारे गए थे। पाकिस्तानी गोलाबारी में पूरे क्षेत्र में 13 नागरिकों की जान चली गई थी। इसमें कई बच्चों ने अपने माता-पिता भी खो दिए। इस कारण उनके लिए अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखना मुश्किल हो गया था। Edited by : Sudhir Sharma