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नड्डा ने याद दिलाए कांग्रेस राज के 10 साल, बताया आतंकी हमलों पर कैसा था सरकार का रिएक्शन?

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , बुधवार, 30 जुलाई 2025 (15:56 IST)
JP Nadda in rajya sabha : राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्‍डा ने मनमोहन सिंह के यूपीए राज से पीएम मोदी के 11 साल के राज की तुलना की। उन्होंने यूपीए राज में हुए आतंकी हमलों की याद दिलाई। ALSO READ: राज्यसभा में किसने ट्रंप को बताया चाचा चौधरी, संसद से कर दी यह मांग
 
उन्होंने कहा कि पहलगाम हमला हृदयविदारक था। यह हमला किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो सकता। यह घटना निंदनीय है। ऐसे हमले की कल्पना भी दर्दनाक है। घटना वाले दिन शाम 5 बजे ही गृहमंत्री अमित शाह घटनास्थल पर पहुंच गए थे। ये सरकार संवेदनशील है। जो सरकार समय से एक्शन ले वो जरूरी। पॉलिटिकल लीडरशिप महत्वपूर्ण होती है। 
 
नड्डा ने कहा कि 2005 में जौनपुर में श्रमजीवी एक्सप्रेस में हरकत-उल-जिहाद ने बम ब्लास्ट किया था। 14 लोग मारे गए और 62 घायल हुए, लेकिन उस वक्त कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जो आज हमसे पूछ रहे हैं कि पहलगाम का क्या हुआ — वो पहले खुद के गिरेबान में झांककर देखें!
 
2005 में दिवाली से ठीक पहले लश्कर-ए-तैयबा ने दिल्ली में सीरियल बम ब्लास्ट किया। 67 लोग मारे गए, 200 से अधिक घायल हुए। कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। 2006 में वाराणसी के संकटमोचन मंदिर में हरकत-उल-जिहाद ने हमला किया। 28 लोग मारे गए, 100 लोग घायल हुए। कोई कार्रवाई नहीं की गई। ALSO READ: मोदी सरकार ने नेहरू की गलतियों को सुधारा, राज्यसभा में बरसे विदेश मंत्री जयशंकर
 
उन्होंने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा ने मिलकर मुंबई ट्रेन में बम ब्लास्ट किया। 209 लोग मारे गए, 700 से अधिक घायल हुए। इसके बाद एक जॉइंट एंटी टेरोरिस्ट मैकेनिज्म बनाया गया। 2 महीने बाद इसकी पहली बैठक हुई, 7 महीने बाद दूसरी बैठक हुई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
 
नड्डा ने कहा कि हमें उनकी (तत्कालीन कांग्रेस सरकार की) तुष्टिकरण की सीमा को समझने की जरूरत है कि 2008 में इंडियन मुजाहिद्दीन द्वारा किए गए जयपुर बम विस्फोटों के बाद, भारत और पाकिस्तान एक विशिष्ट विश्वास-निर्माण उपायों पर सहमत हुए थे, वो हमें गोलियों से भूनते रहे और हम उनको बिरयानी खिलाने चले। उन्होंने नियंत्रण रेखा पार करने के लिए ट्रिपल-एंट्री परमिट की अनुमति दी।
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उस समय बलूचिस्तान पर भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कहा था, भारत पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है। एक ये राजनीतिक नेतृत्व है, और दूसरी ओर मोदी जी का राजनीतिक नेतृत्व है, जिन्होंने कहा है, टेरर और टॉक एक साथ नहीं चलेंगे। भाजपा नेता ने कहा कि हमले अब सिर्फ जम्मू कश्मीर तक सिमित हैं। 
edited by : Nrapendra Gupta 

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