नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को केरल के सांसदों ने यमन में भारतीय मूल के फादर टॉम उझूनालिल का 4 महीने पहले अपहरण हो जाने के मामले को उठाया जिस पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि फादर टॉम का पता लगाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है और उसे विश्वास है कि उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाएगा।
केरल कांग्रेस (एम) के जोस के. मणि ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि फादर टॉम का गत 4 मार्च को अपहरण हो गया था और उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर आया है। उन्होंने सरकार से फादर टॉम को सुरक्षित लाने के संबंध में प्रयास तेज करने की मांग की। केरल के कुछ अन्य सांसदों ने भी इस विषय से खुद को संबद्ध किया।
इस पर सदन में उपस्थित विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि यह बहुत गंभीर चिंता का विषय है। संघर्ष प्रभावित यमन में अपहरण होने के बाद से फादर टॉम को खोजने के प्रयास चल रहे हैं।
सुषमा ने कहा कि यमन में हमारा दूतावास नहीं है लेकिन उन सभी देशों से मदद मांगी गई है, जो इस दिशा में सहायता कर सकते हैं। यहां तक कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान ऐसे देशों से सहयोग की अपील की है।
उन्होंने कहा कि मैंने भी बुधवार को सुबह फादर टॉम से संबंधित एक वीडियो देखा लेकिन यह पता लगाना होगा कि यह वीडियो सही है या फर्जी? विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान में अपहृत फादर एलेक्सिस प्रेमकुमार को भी सरकार के प्रयासों के चलते 8 महीने के प्रयासों के बाद पिछले साल सुरक्षित वापस लाया गया था।
उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले बहुत सीधे नहीं होते, लेकिन मैं भरोसा दिलाती हूं कि जिस तरह फादर प्रेमकुमार को सुरक्षित वापस लाया जा सका, उसी तरह के प्रयास सरकार फादर टॉम के लिए कर रही है और वे भी उसी तरह सुरक्षित वापस आएंगे ऐसा हमें विश्वास है, थोड़ा समय लग सकता है।
केरल मूल के फादर टॉम का यमन में कथित रूप से किसी आतंकवादी समूह ने अपहरण कर लिया था। वे वहां मदर टेरेसा मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा संचालित एक कल्याण केंद्र पर आईएसआईएस आतंकवादी संगठन के हमले के बाद से लापता हैं। (भाषा)