Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

असम में मिला HMPV का पहला केस, 10 महीने का बच्चा संक्रमित

गुजरात से राजस्थान तक देश के 7 राज्यों में HMPV की दस्तक, अब तक 15 से ज्यादा लोग संक्रमित

Advertiesment
हमें फॉलो करें HMPV

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 11 जनवरी 2025 (13:19 IST)
HMPV Case In Assam : असम में 10 महीने के एक बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण का पता चला है, जो इस मौसम में असम में ऐसा पहला मामला है। बच्चे का डिब्रूगढ़ स्थित असम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज हो रहा है और अब उसकी हालत स्थिर है। इसके साथ ही 2025 में देश के 7 राज्यों में एचएमपीवी मामलों की संख्या बढ़कर 15 हो गई। ALSO READ: HMPV को लेकर मध्यप्रदेश सरकार अलर्ट, नई रिसर्च में दावा, बच्चों को अधिक खतरा
 
एएमसीएच के अधीक्षक डॉ. ध्रुबज्योति भुइयां ने बताया कि बच्चे को चार दिन पहले सर्दी संबंधी लक्षणों होने के कारण सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कहा कि लाहौल स्थित आईसीएमआर-आरएमआरसी से परीक्षण के नतीजे मिलने के बाद शुक्रवार को एचएमपीवी संक्रमण की पुष्टि हुई।
 
भुइयां ने कहा कि इन्फ्लूएंजा और फ्लू से संबंधित मामलों में परीक्षण के लिए नमूने नियमित रूप से भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को भेजे जाते हैं। यह एक नियमित जांच थी, जिसके दौरान एचएमपीवी संक्रमण का पता चला। बच्चे की हालत अब स्थिर है। यह एक सामान्य वायरस है और चिंता की कोई बात नहीं है।
 
लाहोवाल (डिब्रूगढ़) में स्थित आईसीएमआर के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विश्वजीत बोरकाकोटी ने कहा कि 2014 से हमने डिब्रूगढ़ जिले में एचएमपीवी के 110 मामलों का पता लगाया है। यह इस मौसम का पहला मामला है। हर साल इसका पता चलता है और यह कुछ भी नया नहीं है। हमें एएमसीएच से नमूना मिला है और इसमें एचएमपीवी की पुष्टि हुई है। ALSO READ: HMPV Virus का पसरता खतरा, कितना तैयार है इंदौर?
 
बच्चों के साथ ही बुजुर्ग भी संक्रमित : देश में लगातार HMPV के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि ज्यादा संक्रमण बच्चों में ही मिल रहा है, लेकिन 60 और 80 साल के 2 बुजुर्ग भी इस वायरस का शिकार बन गए हैं। भारत में पहला मामला कर्नाटक के बेंगलुरु में 6 जनवरी, 2025 को सामने आया था। कर्नाटक के अलावा तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, बंगाल, राजस्थान, असम और उत्तर प्रदेश में भी इस वायरस से संक्रमण के मामले सामने आए हैं। हालांकि यह वायरस घातक नहीं है, लेकिन कोरोना काल के दृश्य एक बार फिर ताजा हो गए हैं। इसलिए लोगों में वायरस का डर भी है। सरकार ने भी लोगों से कहा है कि वे अनावश्यक रूप से डरें नहीं। सरकार भी इसको लेकर पूरी तरह सतर्क है। 
 
क्या कहते हैं एक्सपर्ट : बनारस हिंदू यूनिर्विसटी के सीनियर वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने वेबदुनिया को बताया कि HMPV वायरस के A और B स्ट्रेन ही हैं जो किसी भी रीजन में लोगों को संक्रमित करते हैं। अगर इस वायरस की कोविड वायरस से तुलना की जाए तो HMPV वायरस हमारे लिए नया नहीं है। 5 वर्ष से अधिक आयु के लोग इस वायरस के एक न एक बार संक्रमित हो चुके हैं तो उनके लिए कोई गंभीर रूप से बीमार होने की संभावना नहीं है। वायरस का खौफ सोशल मीडिया से लेकर शेयर बाजार पर भी देखा जा रहा है।
 
वहीं, ICMR के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग के पूर्व प्रमुख पद्मश्री डॉक्टर रमन गंगाखेडकर ने वेबदुनिया को बताया कि HMPV के कोई गंभीर लक्षण नहीं है, इसके सामान्य लक्षण वहीं जो सर्दी जुकाम वाले लक्षण होते हैं। इस वायरस के माइल्ड इंफेक्शन होते हैं इसलिए डरने की कोई जरूरत नहीं है। इससे संक्रमित व्यक्ति को मुत्यु की कोई संभावना नहीं है। जैसे सर्दी जुकाम होता है वैसी ही यह बीमारी है, इसमें कोई फर्क नहीं है। अत: डरने की जरूरत नहीं है। 
edited by : Nrapendra Gupta 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

जीतू यादव का MIC और भाजपा से इस्‍तीफा, यादव पर कई आरोपों में केस दर्ज, पुलिस ने खंगाली पुराने अपराधों की फाइलें