तिरुवनंतपुरम/ बेंगलुरु/ मुंबई। देश के कई राज्यों में मूसलधार बारिश जारी रहने के बीच बाढ़ प्रभावित केरल और कर्नाटक में स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। इन दोनों राज्य में मृतकों की संख्या बुधवार को 153 तक पहुंच गई। इस बीच मध्यप्रदेश में भारी बारिश के बाद 3 लोगों की मौत की खबर है।
जल संसाधन सचिव पीके जेना ने बताया कि ओडिशा के महानदी क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से नदी में 'मध्यम बाढ़' की स्थिति बन सकती है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश और गुजरात के कुछ क्षेत्रों में गुरुवार को भारी बारिश हो सकती है।
केरल में कई निचले क्षेत्रों में पानी भरा हुआ है और राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 95 हो गई है। केरल के 3 जिलों मल्लापुरम, कन्नूर और कोझीकोड में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों को पिछले सप्ताह भूस्खलन और बाढ़ का सामना करना पड़ा था।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि केरल के पत्तनमतिट्टा जिले में मंगलवार को रात से भारी बारिश हो रही है और वहां सतर्कता बढ़ा दी गई है। भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए 11 जिलों के शैक्षणिक संस्थानों में बुधवार को छुट्टी दे दी गई थी।
मुख्यमंत्री पी. विजयन ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने की कोशिश कर रही है। विजयन ने लोगों से मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में भी सभी मतभेदों से ऊपर उठकर चंदा देने की अपील की।
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ और भूस्खलन की वजह से विस्थापित हुए 1.89 लाख लोग 1,118 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। यहां 1,057 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 11,159 घरों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है।
कर्नाटक के हसन जिले में 4 और शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर बुधवार को 58 हो गई। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और सेना की संयुक्त टीम ने अब तक करीब 6,98 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
वहीं महाराष्ट्र में बाढ़ से मरनेवालों की संख्या बुधवार को 50 हो गई। कोल्हापुर और सांगली मूसलधार बारिश और बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। पुणे संभाग के आयुक्त दीपक महाइसकर ने कहा कि मृतकों की संख्या 50 पहुंच गई है और 3 लोग अब भी लापता हैं।
मंगलवार तक कोल्हापुर और सांगली में 6.45 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि राहत कार्य तेजी से होने की वजह से कोल्हापुर में जीवन सामान्य हो रहा है। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के बाद करीब 3,000 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है। नर्मदा, शिप्रा, बेतवा, ताप्ती, तावा, चंबल और पार्वती नदियां उफान पर हैं।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात में गुरुवार और शुक्रवार को गुजरात के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा में महानदी नदी के निचले इलाके में हुई भारी बारिश के बाद सरकार ने बुधवार को 11 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी ने बताया कि बोलांगीर, सुवर्णपुर, बौध, अंगुल, नायकगढ़, कटक, खोरधा, जगतसिंहपुर, पुरी, केंद्रपाड़ा और जाजपुर में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।