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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन, 3 दिन का राजकीय शोक घोषित

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, शनिवार, 21 अगस्त 2021 (23:49 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार रात करीब सवा 9 बजे लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे। सिंह का अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरौला में गंगा तट पर किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उन्होंने प्रदेश में 23 अगस्त को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है।

संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) द्वारा शनिवार रात जारी बयान में बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्हें चार जुलाई को गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था। लंबी बीमारी और शरीर के अंगों के धीरे-धीरे काम नहीं करने के कारण शनिवार रात उनका निधन हो गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के बाहर कहा, हम सबके लिए दुखद समाचार है, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह जी हमारे बीच नही रहे। विगत दो माह से कल्याण सिंह जी अस्वस्थ थे, आज रात सवा नौ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

उन्होंने कहा, हम सब दुखी हैं, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री और एक जननेता के रूप में कल्याण सिंह ने शासन में सुचिता, दृढ़ता एवं मूल्यों के प्रति अपने कार्यकाल के दौरान जो आदर्श प्रस्तुत किए थे, वे आज भी मानक बने हुए हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, श्री रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन के वे अग्रणी नेता थे। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पावन स्थल पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य आगे बढ़े इसके लिए आवश्यकता पड़ी तो सत्ता छोड़ने में भी उन्हें कोई संकोच नहीं था।

छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिरने के बाद सत्ता छोड़ने और इस बात की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने तत्काल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। कल्याण सिंह जी का जाना न केवल समाज का और भारतीय राजनीति का अपितु भारतीय जनता पार्टी की भी अपूरणीय क्षति है। मैं दिवगंत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा, आज रात को या कल (रविवार) सुबह ही हमारी कैबिनेट की बैठक होगी। शोक प्रस्ताव पारित होने के साथ ही कल्याण सिंह जी के प्रदेश के लिए, देश के लिए, भारतीय राजनीति के लिए किए गए योगदान के प्रति श्रद्धांजलि देने के साथ ही प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक के साथ ही सोमवार को नरोला गंगा के तट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। 23 अगस्त को प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित रहेगा, जिससे हर व्यक्ति अपने दिवंगत नेता को श्रध्दांजलि अर्पित कर सके।

योगी ने कहा, पार्थिव शरीर को लेकर हम उनके आवास (लखनऊ) पर पहुंच रहे हैं। रविवार को सुबह आवास में, फिर विधानभवन में और उसके बाद पार्टी कार्यालय में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। रविवार शाम से यहां से उनके पार्थिव शरीर को अलीगढ़ ले जाया जाएगा। सोमवार को उनकी कर्मभूमि, जन्मभूमि अतरौली में जनता उनके अंतिम दर्शन कर सकेगी। उसके बाद नरौला में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

गौरतलब है कि 89 वर्षीय कल्याण सिंह को पिछली चार जुलाई को संक्रमण और हल्की बेहोशी की वजह से एसजीपीजीआई के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका इलाज डॉक्टर राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट में किया जा रहा था।(भाषा) 

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