बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बारे में सुराग देने वाले को 10 लाख रुपए का इनाम देने की आज घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच में प्रगति को लेकर एसआईटी के साथ बैठक की।
राज्य के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने यह घोषणा की। इसके एक दिन पहले ही पुलिस ने आम लोगों से कहा था कि इस हत्या के सिलसिले में अगर उनके पास कोई जानकारी है तो वह साझा करें। इसके लिए एक ई-मेल आईडी और एक विशिष्ट फोन नंबर भी दिया गया है।
रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री (सिद्धारमैया) ने जांच तेज करने और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमने एसआईटी के लिए पर्याप्त अधिकारी मुहैया कराए हैं और अगर उन्हें अतिरिक्त अधिकारियों की आवश्यकता है तो हम मुहैया कराने को तैयार हैं।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रेड्डी ने कहा, ‘जो कोई अपराधियों के बारे में सुराग देता है, हम उसे 10 लाख रूपए का इनाम देंगे।’
मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच में प्रगति को लेकर एसआईटी के साथ बैठक की। बैठक में एसआईटी प्रमुख बी के सिंह, पुलिस महानिदेशक आर के दत्ता और खुफिया महानिदेशक एएम प्रसाद मौजूद थे।
राज्य सरकार ने बुधवार को 21 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया था। यह पूछे जाने पर कि गौरी के परिवार ने अपराधियों को पकडने में देरी की आशंका जताई है, रेड्डी ने कहा कि एसआईटी का गठन अपराधियों को जल्दी पकड़ने की मंशा से किया गया है।
रेड्डी ने कहा कि उन्होंने एसआईटी से कहा है कि वह भाजपा विधायक जीवराज से गौरी की हत्या के संबंध में उनके बयान को लेकर पूछताछ करे।
उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उनके बयान की कोई पृष्ठभूमि है या नहीं। लेकिन जब गौरी लंकेश की मौत हुई, भाजपा का कोई नेता उनके घर नहीं गया। (भाषा)