उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। उत्तराखंड राज्य में आई इस आपदा के बाद उत्तरप्रदेश भी अलर्ट हो गया है।
गंगा नदी में पानी बढ़ने की आशंका के चलते सुरक्षा की दृष्टि से यूपी में बिजनौर से लेकर बनारस तक गंगा नदी के किनारे पर बसे शहरों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है, वहीं यूपी राज्य सरकार ने प्रशासन को आपदा से निपटने के समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।
बिजनौर प्रशासन ने गंगा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को घर खाली करके सुरक्षित स्थान पर जाने का एनाउंसमेंट शुरू कर दिया है।
चमोली जिले में ऋषि गंगा नदी पर बांध टूटते ही ऋषिकेश प्रशासन ने गंगा नदी में राफ्टिंग करने पर रोक लगा दी है। स्थानीय लोगों से अपील की है कि गंगा का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है, इसलिए नदी के अंदर न जाएं। नदी किनारे बसे शहरों में रहने वालों को भी ऊपरी इलाकों में भेजा जा रहा है।
उत्तरप्रदेश के जिन जिलों से गंगा नदी प्रवाहित होती है, वहां के स्थानीय प्रशासन ने भी निर्देश जारी करते हुए कहा है कि कोई भी व्यक्ति नदी में नाव लेकर नहीं जाएगा। कुछ समय के लिए नौका विहार पर रोक लगा दी गई है। बाढ़ की संभावना के चलते बिजनौर प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर दी है।
बिजनौर के एसपी धर्मवीरसिंह ने लोगों से अपील की है कि गंगा के तटों पर न जाएं, वे होशियार और सतर्क रहें, ग्लेशियर फटने के कारण गंगा में कभी भी बाढ़ आने की संभावना है।
बिजनौर पुलिस गंगा तटीय क्षेत्रों में माइक पर एनाउंसमेंट कर रही है कि सामान बांध सुरक्षित स्थान पर कूच करें। वहीं दूसरी तरफ तटीय इलाके के लोगों ने ट्रैक्टर-ट्राली और बोगियों में सामान लादकर सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन शुरू कर दिया है।