नई दिल्ली। लोकसभा में मनोज राजोरिया और सुमेधानन्द सरस्वती के प्रश्न के लिखित उत्तर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने जानकारी देते बताया कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने वर्ष 2015 से 2022 तक विभिन्न राज्यों एवं संघ राज्य क्षेत्रों में आए 3,782 प्रमुख भूस्खलनों के आंकड़े एकत्र किए हैं और इन आंकड़ों से आम जनजीवन एवं आधारभूत ढांचा प्रभावित हुआ है।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन के ऐसे आंकड़े मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर जीएसआई की मानक प्रचालन प्रक्रिया के अनुसार प्रतिवर्ष किए जाने वाले आपदा पश्चात अध्ययन कार्यक्रम एवं जमीनी जांच के दौरान एकत्र किए गए थे।
सिंह ने बताया कि खान मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के आधार पर जीएसआई ने वर्ष 2015 से 2022 तक विभिन्न राज्यों एवं संघ राज्य क्षेत्रों में आए 3,782 प्रमुख भूस्खलनों का आंकड़ा एकत्र किया है जिससे आम जनजीवन एवं आधारभूत ढांचा प्रभावित हुआ है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 7 वर्षों के दौरान घटित एवं अध्ययन किए गए भूस्खलन के आंकड़ों में केरल में सबसे अधिक 2,239, पश्चिम बंगाल में 376, तमिलनाडु में 196, कर्नाटक में 184, जम्मू-कश्मीर में 184, हिमाचल प्रदेश में 101, अरुणाचल प्रदेश से 48, असम से 169 और मेघालय से 48 घटनाएं सामने आईं।(भाषा)