2024 में मोदी के नेतृत्व में भाजपा को जीत की हैट्रिक लगाने से रोकने के लिए मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्ष के 26 दलों के नेता एकजुट हुए। बैठक में विपक्षी दलों के नए गठबंधन का नाम INDIA रखने का निर्णय हुआ। विपक्षी दलों के महागठबंधन INDIA का अर्थ I-Indian, N-National,D-Democractic,I – Inclusive,A – Alliance है।
विपक्षी दलों की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA होगा। खड़गे ने कहा कि बैठक में UPA की जगह गठबंधन का नाम INDIA रखने का निर्णय हुआ। इस बीच कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से ट्वीट कर लिखा जीतेगा INDIA। वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने लिखा कि विपक्षी दलों का गठबंधन भारत का प्रतिबिंब है। वहीं टीएमसी सांसद ने ट्वीट किया- चक दे इंडिया।
वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी दलों की अगली बैठक महाराष्ट्र में होगी। वहीं आपसी समन्वय के लिए एक समन्वय समिति का गठन होगा, जिसमें 11 सदस्य शामिल होंगे।
2024 में NDA बनाम INDIA का मुकाबला?-2024 को लेकर एक तरफ विपक्षी दल जहां बेंगलुरु में मंथन कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ केंद्र में हैट्रिक लगाने के लिए आज दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की भी बड़ी बैठ हुई। बैठक में NDA के 38 राजनीतिक दलों के शामिल होने की खबरें है। NDA के इस महागठबंधन में नए दलों में बिहार और उत्तर प्रदेश के कई नए दल शामिल हो रहे है। जिसमें बिहार में चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ उत्तर प्रदेश में ओपी राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नये सहयोगी दल शामिल हो रहे है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए की बैठक में 38 दलों ने शामिल होने की जानकारी दी है।
मोदी के निशाने पर विपक्षी एकता-विपक्षी दलों के महागठबंधन पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके चेहरे के पीछे कई चेहरे हैं। ये जातिवाद, भ्रष्टाचार की दुकान खोलकर बैठे हैं। विपक्ष का लक्ष्य सबसे पहले परिवार है। इनका एक ही एजेंडा परिवार बचाओ है। आजकल वे बेंगलुरु में जुटे हैं। वे घोटालों पर चुप हो जाते हैं, वे भ्रष्टाचार की गांरटी देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों की बैठक पर तंज कसता हुए कहा कि वे अपनी दुकान खोलकर हमें रोकना चाहते हैं। वो भारत की बदहाली वाले लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। गाना कुछ गाया जा रहा है, जबकि सच्चाई कुछ और है। इनकी दुकान पर 2 चीजों की गारंटी है, एक तो ये अपनी दुकान पर जातिवाद का जहर बेचते हैं और दूसरा की भ्रष्टाचार करते हैं। एक चेहरे पर कई चेहरा लगा रखें है इन्होंने. कैमरे के सामने एक दिखाते हैं खुद को, लेकिन लोग जानते है कि सच्चाई क्या है. ये कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन है।