नई दिल्ली। बजट 2018-19 से ठीक पहले जीएसटी परिषद की आज हुई बैठक में उसने एक बड़ा फैसला लेते हुए आम आदमी को राहत दी है। परिषद ने अपनी बैठक में 29 चीजों पर जीएसटी को घटाकर 0 फीसदी कर दिया है और जिन उत्पादों पर जीएसटी कम किया गया है, उनमें ज्यादातर हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद शामिल हैं। इसके साथ ही परिषद ने 39 चीजों पर जीएसटी कम करके 5 फीसदी व 12 फीसदी कर दिया है। वहीं दूसरी ओर परिषद ने रियल इस्टेट, जीएसटी रिटर्न फॉर्म और पेट्रोल-डीजल पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
आम आदमी को राहत देते हुए आज जीएसटी परिषद की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया है। परिषद ने अपनी बैठक में 29 चीजों पर जीएसटी को घटाकर 0 फीसदी कर दिया है और जिन उत्पादों पर जीएसटी कम किया गया है, उनमें ज्यादातर हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद शामिल हैं। इसके साथ ही परिषद ने 39 चीजों पर जीएसटी कम करके 5 फीसदी व 12 फीसदी कर दिया है। इससे आम आदमी से जुड़ी 68 चीजें सस्ती हो जाएंगी।
जीएसटी रिटर्न फॉर्म पर नहीं हुआ फैसला : दरअसल, कारोबारी लंबे समय से यह मांग कर रहे थे कि जीएसटीआर रिटर्न भरना आसान किया जाए। लेकिन जीएसटी रिटर्न भरने के लिए फॉर्म का सरलीकरण करने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। हालांकि इस पर चर्चा जरूर हुई है। इसके बारे में 10 दिन बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फिर से बैठक होगी। इसके लिए ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि सरकार जीएसटीआर-1, जीएसटीआर-2 जैसे कई फॉर्म भरने से निजात दिला सकती है। कई फॉर्म्स की जगह एक ही फॉर्म लाने का फैसला भी इस मीटिंग में ले सकती है।
रियल इस्टेट पर भी नहीं हो सका फैसला : ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि परिषद रियल इस्टेट को जीएसटी के दायरे में ला सकती है। इसकी वजह यह थी कि समय-समय पर वित्तमंत्री अरुण जेटली समेत सरकार के कई नेता रियल इस्टेट को जीएसटी के तहत लाने की बात कई बार कह चुके हैं। लेकिन बैठक में रियल इस्टेट को जीएटी के दायरे में लाने पर कोई फैसला नहीं हो सका।
पेट्रोल-डीजल पर भी नहीं हुआ कोई फैसला : इसके अलावा पेट्रोल-डीजल को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं हो सका। क्योंकि रियट इस्टेट के अलावा यह भी उम्मीद जताई जा रही थी कि इस मीटिंग में पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जा सकता है। हालांकि इस पर भी फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। जबकि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पेट्रोल की कीमत फिर 80 रुपए के करीब पहुंच गई है। कई राज्यों में तो डीजल 65 रुपए तक का आंकड़ा पार कर चुका है।