नई दिल्ली। भाजपा सांसद तथा जानेमाने अर्थशास्त्री सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को जीएसटी को एक बड़ी त्रासदी बताते हुए कहा कि सरकार जीएसटी और नोटबंदी को सही ढंग से लागू करने में विफल रही है।
उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में स्वामी ने कहा कि जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) की विफलता के कारण जीएसटी अब तक पूरी तरह विफल रहा है। उन्होंने दावा किया कि जीएसटीएन के जरिये निजी विदेशी बैंकों को लाभ पहुंचाया जा रहा है और इसके लिए गृह मंत्रालय से अब तक मंजूरी भी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी में जमा किया जाने वाला कर एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंकों के विशेष खातों में जा रहा है और मुझे विश्वास है कि ये बैंक इन पैसों का उपयोग 30 दिन तक के अल्पावधि ऋण देने में करते होंगे। उन्होंने कहा कि दोनों बैंकों में बड़ी हिस्सेदारी विदेशी बैंकों की है।
उन्होंने कहा कि इंफोसिस जीएसटी नेटवर्क का सॉफ्टवेअर तैयार करने के लिए पहले 1,400 करोड़ रुपए दिए गए थे। लेकिन, कंपनी ने 01 जुलाई को यह सॉफ्टवेयर तैयार नहीं कर सरकार को धोखा दिया। अब उसे तीन हजार करोड़ रुपए और दिए गए हैं।
नोटबंदी के बारे में भी स्वामी ने कहा कि उसे अधूरी तैयारियों के साथ लागू किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि 100 रुपए के नोटों की उपलब्धता के बारे में प्रधानमंत्री को भी अंधेरे में रखा गया। (वार्ता)