चंडीगढ़। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ चल रहे यौन शोषण मामले में अदालत के आगामी फैसले के मद्देनजर हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में सुरक्षाबलों ने मंगलवार को फ्लैग मार्च निकाला।
अधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों राज्यों में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिसबल (सीआरपीएफ), रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एससबी) ने फ्लैग मार्च निकाला।
पंचकूला अदालत द्वारा आगामी 25 अगस्त को फैसला सुनाए जाने के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, अदालत के आदेश के मद्देनजर यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं कि कानून व्यवस्था की स्थिति नहीं बिगड़े। उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि लोगों को अदालत का फैसला स्वीकार करना चाहिए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी आज राज्य पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया तथा सभी पुलिसकर्मियों को चौकन्ना रहने का निर्देश दिया।
अमरिंदर ने कहा, पुलिस महानिदेशक को संवदेनशील क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए पंजाब सरकार का हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया गया है। मुख्यमंत्री ने स्थिति के आकलन के लिए राज्य के शीर्ष सुरक्षा, खुफिया और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठकें की हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अफवाह फैलाने वालों, भड़काऊ बयान देने वालों और किसी तरह की परेशानी खड़ी करने वालों से सख्ती से निपटें।
हालांकि दोनों राज्यों में कई स्थानों पर डेरा अनुयायी डेरा डाले हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब, हरियाणा और केंद्रशासित क्षेत्र चंडीगढ़ में आरएएफ की छह-छह कंपनियां तैनात की गई हैं।
पंजाब को जहां केंद्रीय बलों की 75 कंपनियां मिली हैं, वहीं हरियाणा को 35 कंपनियां मिली हैं। हरियाणा सरकार ने केंद्र से और केंद्रीय बलों की मांग की है। (भाषा)