नई दिल्ली। भारत ने लश्करे तैयबा के सरगना हाफिज सईद के राजनीतिक दल बनाने की रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि उसके खून से रंगे हाथों को वह वोट की स्याही से छिपाना चाहता है। वह मुंबई में 2008 में हुए हमले का सूत्रधार है जिसमें कई विदेशी नागरिकों सहित 160 लोग मारे गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने यहां नियमित ब्रीफिंग में हाफिज सईद के राजनीतिक दल बनाए जाने के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा कि वह एक खूंखार दुर्दान्त आतंकवादी है। वह मुंबई में 2008 में हुए हमले का सूत्रधार है जिसमें कई विदेशी नागरिकों सहित 160 लोग मारे गए थे। बागले ने कहा कि बताया जाता है कि वह अभी पाकिस्तान में नज़रबंद है।
संयुक्त राष्ट्र की समिति 1267 के अंतर्गत प्रतिबंधित ऐसा आतंकवादी किसी भी नाम से संगठन चलाए, वह दुनिया की नज़र में रहता ही है। उसे पाकिस्तान में क्या छूट मिली है, इसे सभी देश जानते हैं। उन्होंने कहा कि क्या ऐसा आतंकवादी 'बुलेट' को 'बैलेट' के पीछे छिपाना चाहता है। उसके हाथ ना जाने कितने मासूम लोगों के खून से रंगे हैं। क्या वह खून के उन दागों को वोट की स्याही से छिपाना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसे संगठन कानून के दायरे में रखे जाएं।
पाकिस्तान में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पूछे गए एक सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन पाकिस्तान का आंतरिक मामला है। जहां तक भारत के रुख की बात है तो वह पुराने रुख पर कायम है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। (वार्ता)