अहमदाबाद। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को कहा कि अगर सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी गुजरात में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव जीत भी जाए तो भी उनका आंदोलन जारी रहेगा।
हार्दिक ने यहां क्राइम ब्रांच कार्यालय में साप्ताहिक पेशी के बाद कहा कि हो सकता है कि भाजपा गुजरात में फिर से चुनाव जीत जाए पर इससे उनका आंदोलन समाप्त नहीं होगा। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। मुझे जेल भी भेज दिया जाए तो इससे कोई फर्क नही पड़ता। यह विचारधारा की लड़ाई है।
उन्होंने कहा कि एक स्थानीय भाजपा पार्षद पर हमले के मामले में उन्हें राजनीतिक कारणों से फंसाया गया है। इस अवसर पर उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर भी परोक्ष प्रहार करते हुए उन्हें आरक्षण आंदोलन के दौरान अगस्त 2015 में जीएमडीसी मैदान पर आंदोलनकारियों पर कथित हमले के परिप्रेक्ष्य में जनरल डायर करार दिया।
ज्ञातव्य है कि राजद्रोह के एक मामले में 6 माह तक जमानत की शर्त के अनुरूप गुजरात से हार्दिक के बाहर रहने के दौरान उनका आंदोलन निश्चित तौर पर कमजोर पड़ा है। इस दौरान उन पर इस आंदोलन के कोष का ठाट बाट वाला जीवन जीने के लिए दुरुपयोग करने के करीबी साथियों के आरोप तथा राज्य में बदल गई राजनीतिक परिस्थितयों का भी खासा असर पड़ा है।
विमुद्रीकरण के बाद से ही विभिन्न चुनावों में भाजपा की जीत और हाल में उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड जीत और इसी दौरान पाटीदार समुदाय के भीतर से ही हार्दिक के विरोध की घटनाएं भी आंदोलन को कमजोर करने वाली मानी जा रही हैं। (वार्ता)