लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में उत्तरप्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी के गुरुवार को कथित मुठभेड़ में मारे जाने के बाद ट्विटर पर हैशटैग 'मिट्टी में मिला दूंगा' ट्रेंड करने लगा। लोगों ने इसके जरिए योगी आदित्यनाथ की माफिया के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया।
एसटीएफ की इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ताओं को प्रयागराज में पाल की हत्या के एक दिन बाद 25 फरवरी को राज्य विधानसभा में दिया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह बयान याद आ गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। यह हैशटैग काफी समय से ट्रेंड में शीर्ष पर था। लोगों ने इसके जरिए योगी आदित्यनाथ की माफिया के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया।
देर शाम तक ट्वीट पर कई हजार लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। असद और गुलाम की कथित मुठभेड़ में मौत के बाद सोशल मीडिया पर कई और हैशटैग भी ट्रेंड करने लगे। इनमें 'एनकाउंटर', 'अतीक अहमद' ,'यूपी पुलिस', 'यूपी एसटीएफ', 'गुड्डू मुस्लिम', 'असद अहमद', 'बाबा', 'विकास दुबे' जैसे हैशटैग पर लोगों ने प्रतिक्रियाएं दीं।
इनमें जहां लोग यूपी एसटीएफ की कार्रवाई की सराहना कर रहे थे, वहीं अतीक अहमद के गुनाहों और उसके बेटे की हरकतों पर चर्चा कर रहे थे। उपयोगकर्ताओं ने आदित्यनाथ की अपराधियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति की भी सराहना की।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta